- डीडीयूजीयू के मजीठिया भवन में चल रहे युवा स्टार सीजन -2 कार्यक्रम के दौरान एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं ने काटा बवाल
- रेडियो मिर्ची और डीएसडब्ल्यू के ज्वाइंट कोऑर्डिनेशन में ऑर्गनाइज किया गया था प्रोग्राम
- मौके पर पहुंचे चीफ प्राक्टर से एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं के बीच हुई घंटों झड़प
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के मजीठिया भवन में कार्यक्रम के लिए बना मंच जंग का अखाड़ा बन गया.रेडियो मिर्ची और डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर की ओर से चल रहे 'युवा स्टार सीजन -2' कार्यक्रम में भोजपुरी गाने को लेकर एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। उनका आरोप था कि शिक्षा के मंदिर में अश्लील गाने चलाए जा रहे हैं, जबकि यूनिवर्सिटी ने एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर कोई कार्यक्रम आयोजित करने की परमिशन भी नहीं दी। मामले की जानकारी मिलने पर जब चीफ प्रॉक्टर मौके पर पहुंचे तो कार्यकताओं ने उनपर भी अपनी भड़ास निकाली। काफी देर तक उनके बीच बहस चलती रही। पुलिस की दखल के बाद मामला शांत हुआ।
'लगावे लू जब लिपिस्टिक' पर बवाल
डीडीयूजीयू के मजीठिया भवन में दोपहर 1 बजे रेडियो मिर्ची और डीएसडब्ल्यू की ओर से 'युवा स्टार सीजन-2' प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया गया। इसमें यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। करीब 2.30 बजे कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी गाना 'लगावे लू जब लिपिस्टिक' गाने बजने लगा। इस दौरान वहां मौजूद एबीवीपी के दर्जनों कार्यकत्र्ताओं मचं पर चढ़कर डांस करने की कोशिश करने लगे। जब यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो एबीवीपी मेंबर्स उनसे उलझ गए और बवाल शुरू कर दिया।
एक घंटे तक किया हंगामा
इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ता ये कहकर उलझ गए कि उन्हें विवेकानंद जयंती मनाने के लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से परमिशन नहीं दी गई, जबकि एक प्राइवेट एफएम के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी अश्लील गाने बजवाकर यूनिवर्सिटी का माहौल खराब कर रही है। इस तरह से कार्यकत्र्ता करीब एक घंटे तक हंगामा करते रहे। इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं वहां बने अस्थाई स्टेज को भी उन्होंने गिरा दिया। इसके साथ ही वहां लगे बैनर व पोस्टर को भी फाड़ते हुए बाहर निकल गए।
चीफ प्रॉक्टर से भी हुई भिड़ंत
कार्यक्रम का माहौल पूरी तरह खराब हो गया और स्टूडेंट्स वहां से उठकर जाने लगे। मामले की सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर सतीश पांडेय मौके पर पहुंच गए, तो एबीवीपी कार्यकत्र्ता उनसे भी भिड़ने से न कतराए। पहले मजीठिया भवन और उसके बाद यूनिवर्सिटी मेन गेट पर उनकी चीफ प्रॉक्टर से झड़प होती रही। इस दौरान सूचना मिलने पर मुकामी पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस के हाथ कमान आने के बाद मामला शांत हो सका। इस मामले में देर शाम तक यूनिवर्सिटी की तरफ से किसी प्रकार की कोई तहरीर नहीं दी गई।
पहले से थी परमिशन
घंटों चली झड़प में कुछ और छात्र नेता भी आ गए। एबीवीपी कार्यकत्र्ता और चीफ प्राक्टर के बीच कार्यक्रम की परमिशन को लेकर झड़प होती रही। वहीं चीफ प्रॉक्टर ने उन्हें बताया कि डीएसडब्ल्यू की ओर से कार्यक्रम कराने की अनुमति पहले ही ले रखी थी, लेकिन एबीवीपी कार्यकत्र्ताओं को कार्यक्रम बंद कराने की परमिशन किसने दे दी। इस सवाल पर उनकी बोलती बंद हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कार्रवाई की बात की तो सारे कार्यकत्र्ता वहां से हटे।
मजीठिया भवन में आयोजित कार्यक्रम का बकायदा परमिशन लेकर आयोजित किया गया था। लेकिन एबीवीपी के कार्यकत्र्ताओं ने जबरदस्ती जाकर कार्यक्रम को खराब किया हैं। इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू