- जेई के बाद अब अभियंता संघ ने शुरू किया धरना

- जेई पर कार्रवाई की मांग को लेकर 17 मार्च को धरना देंगे अभियंता

GORAKHPUR: बिजली विभाग में हड़ताल समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। एक संगठन की हड़ताल समाप्त होती है, तो दूसरा संगठन हड़ताल की नोटिस दे देता है। पांच मार्च से जारी अवर अभियंताओं का आंदोलन सोमवार को समाप्त ही हुआ कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ ने चीफ इंजीनियर को हड़ताल का अल्टीमेटम दे दिया। अभियंता संघ गोलघर के एक्सईएन एके श्रीवास्तव पर हमला करने वाले पांच अवर अभियंताओं पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।

ठप रहेंगे अधिकांश काम

संघ की ओर से बुधवार को मीटिंग आयोजित होगी जिसके चलते आधे दिन बिजली विभाग के अधिकांश कार्य ठप रहेंगे। इस संबंध में मंडल सचिव चंद्रशेखर चौरसिया ने बताया कि बुधवार को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक मीटिंग होगी। अभियंता 17 मार्च से चीफ इंजीनियर ऑफिस पर धरना देंगे। उन्होंने कहा कि हम लोगों का धरना तब तक चलता रहेगा, जब तक पांचों आरोपी जेई पर कार्रवाई नहीं की जाती। मीटिंग में प्रमुख रूप से आरसी पांडेय, एके श्रीवास्तव, संजय यादव सहित सभी अभियंता उपस्थित रहे।

प्रदेश स्तर पर लड़ाई की तैयारी

मंडल सचिव ने बताया कि गोरखपुर की घटना के बाद मंगलवार को लखनऊ में भी अभियंता संघ की टीम ने मीटिंग की। इसमें निर्णय लिया गया कि ये लड़ाई अब प्रदेश स्तर पर लड़ी जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कार्यकारिणी की टीम 17 मार्च को गोरखपुर आ रही है। इसमें प्रदेश महासचिव डीसी दीक्षित, प्रचार सचिव राजीव सिंह, संगठन सचिव अंकुर भारद्वाज और उपाध्यक्ष पीआर चौधरी प्रमुख रूप से शामिल रहेंगे। ये लोग गोरखपुर में सभा करेंगें और चीफ इंजीनियर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग करेंगे।