- अभिषेक यादव को मिला यशभारती, लिस्ट में नाम आने के साथ शुरू हुआ था विरोध

GORAKHPUR : गोरखपुर के अभिषेक यादव को यशभारती अवार्ड मिलने के साथ महीनों से चल रहे विवाद की चर्चाओं पर विराम लग गया। यशभारती अवार्ड की लिस्ट जारी होने के साथ ही गोरखपुर में अभिषेक के खिलाफ विरोध की आग लगी थी, जिसकी आंच जिला प्रशासन के साथ स्टेट गवर्नमेंट होते हुए सेंट्रल गवर्नमेंट तक पहुंची थी। आरटीआई लगाकर कई आरोप लगे तो उसकी काबिलियत पर भी सवाल उठे। कभी लगा आरोप सही है तो कभी लगा गलत, मगर मंडे को लखनऊ में हुए समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अभिषेक यादव को यशभारती अवार्ड से सम्मानित कर सारे विरोध पर विराम लगा दिया।

हर मेडल पर उठे थे सवाल

जिन मेडल के आधार पर अभिषेक यादव को यशभारती पुरस्कार के लिए नामित किया गया, उन्हीं पर गोरखपुर के खिलाडि़यों ने सवाल उठा कर विरोध किया। श्रीलंका में जीत, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले प्राइज पर सवाल उठे। सिटी के कई खिलाडि़यों ने इसको लेकर जिला प्रशासन से कंप्लेन की। आरटीआई लगाकर जवाब मांगा। जिला प्रशासन ने मामले की जांच भी कराई। कई बार अभिषेक यादव के विरोध में धरना प्रदर्शन और हंगामा भी हुआ। अभिषेक के टैलेंट पर सवाल उठाते हुए सिटी के कई खिलाडि़यों ने उसे खुला चैलेंज भी दिया, मगर न तो अभिषेक सामने आया और न ही उसने कोई कंप्लेन की। नतीजा विरोध चलता रहा, मगर मंडे को जब मुख्यमंत्री ने यशभारती अवार्ड से अभिषेक को नवाजा तो सारे विरोध का खुद ही खात्मा हो गया। अभिषेक यादव के साथ कुश्ती में लालवचन यादव को भी यशभारती अवार्ड से सम्मानित किया गया है।