गोरखपुर (ब्यूरो)।जहां पहले 30 सेकेंड में पर्चा बन जाता था अब 5 मिनट में ओपीडी का पर्चा बन रहा है। इसकी वजह से काउंटर पर पर्चा कटवाने वालों की लंबी कतार लग जा रही है। हालांकि, जिसके पास एंड्रायड मोबाइल या आधार कार्ड नहीं है। उसके लिए यह व्यवस्था की गई है, लेकिन कई मरीजों का बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा मैच नहीं कर रहा है, जिससे उन्हें प्रॉब्लम हो रही है।

लग रहा ज्यादा समय

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आठ पर्चा काउंटर हैं। वहीं मरीजों की सहूलियत के लिए छह काउंटर पर बायोमेट्रिक मशीनें लगाई गई। जहां पहले 30 सेकेंड में पर्चा मिल जाता था लेकिन अब 5 मिनट का समय लग जा रहा है। इस वजह से धीरे-धीरे मरीजों के साथ अन्य लोगों की लंबी कतार लग जा रही है।

भड़क उठे पेशेंट-अटेंडेंट

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आठ काउंटर हैं। इसमें से 6 काउंटर्स पर आधार कार्ड और थम्ब इंप्रेशन से पर्ची काटी जा रही है। इसमें समय ज्यादा लग रहा है। इसकी वजह से भीड़ बढ़ जा रही है। केवल दो काउंटर्स पर पूर्व की भांति पर्चा कट रही है। शुक्रवार की सुबह 9 बजे खिड़की नंबर एक पर मरीजों की लंबी लाइन कमरे के बाहर तक लग गई और भीड़ बढ़ती गई। समय ज्यादा लगने के कारण मरीज नए तरीके से पर्ची बनने की प्रक्रिया का विरोध करने लगे। लगभग एक घंटे तक हंगामा हुआ तो फिर दो और काउंटर्स पर पूर्व की भांति पर्ची कटने लगी तब जाकर भीड़ शांत हुई।

अस्पताल प्रशासन का दावा

अस्पताल प्रशासन का दावा था कि आभा एप के जरिए मरीज की हिस्ट्री सुरक्षित रहे और उन्हें काउंटर पर लंबी लाइन न लगानी पड़े। इतना ही नहीं रजिस्ट्रेशन के बाद एप एक कोड जेनरेट करता है, वह कोड कंप्यूटर में डालते ही मरीज का पर्चा निकल जाएगा। हालांकि कुछ लोग तो ऑनलाइन पर्चा बनवा ले रहे हैं लेकिन ऐसे काफी लोग हैं जिन्हें अभी भी इसके बारे में जानकारी नहीं है। वह पर्चा के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।

ओपीडी में दिखाना था। पर्चा कटवाने के लिए सुबह 10 बजे से ही लाइन में लग गई। एक घंटे से ऊपर हो गया लेकिन भीड़ कम नहीं हो रही है। ऑनलाइन पर्चा भी नहीं मिला। अब घर लौट रही हूं।

अनुराधा गुप्ता, पिपराइच

गुरुवार को बच्चे को दिखाने के लिए आया था लेकिन पर्चा काउंटर पर काफी भीड़ थी। इसलिए घर लौट गया। आज जब पहुंचा तो यही हाल रहा है। पर्चा कटवाने वालों की भीड़ काफी रही। काउंटर पर पर्चा के लिए पहुंचा तो बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा मैच नहीं करने पर पर्चा नहीं मिला।

अकबर, जंगल एकला नंबर दो

बच्चे को बाल रोग विभाग में दिखाना था। भीड़ अधिक होने की वजह से एक घंटे से पर्चा के लिए बाहर खड़ी रही। आभा एप पर पर्चा मिल रहा है इसके बारे में जानकारी नहीं हैं।

अनुपमा सिंह, कुशीनगर

आभा एप पर रजिस्ट्रेशन हो रहा है। साथ ही मरीजों की सहुलियत के लिए काउंटर पर बायोमेट्रिक मशीनें भी रख दी गई है। कुछ लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। इसके लिए स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई हैं ताकि मरीजों ऑनलाइन पर्चा आसानी से मिल सके।

डॉ। राजेंश कुमार राय, एसआईसी नेहरू अस्पताल बीआरडी