- आये दिन मिल रहीं धमकियां
- पुलिस का नहीं मिला प्रोटेक्शन
GORAKHPUR: सिकरीगंज के सियर गांव में सोलह वर्षीय आकांक्षा को जलाने के मामले में आये दिन फैमिली मेंबर्स को समझौता करने की धमकियां मिल रही है। इतने बड़े मामले में उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन भी नहीं मिला है। वह डर के साए में जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में रात गुजार रहे हैं। आकांक्षा के पिता ब्याल भूषण शुक्ला ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बताया कि संडे की शाम वह परिवार के लिए चाय लेने बाहर गए थे। यहां चार युवकों ने मेरा रास्ता रोकर लिया और मुझसे मामले में समझौता करने की बात की। जब मैंने इंकार किया तो वह धमकी देने लगे। कहा कि यदि समझौता नहीं किया तो जिस प्रकार आकांक्षा की हालत हुई है। उसी तरह से पूरे परिवार की हालत कर देंगे। इसके बाद युवक मौके से चले गए। ब्याल भूषण ने बताया कि पुलिस को फोन पर इसकी जानकारी दी लेकिन सूचना के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची।
सहजनवां एरिया के सियर गांव में फ्राइडे की रात आकांक्षा को नकेड़ गांव के पांच युवकों ने मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया था। फैमिली मेंबर्स ने आग पर काबू पाया और उसे तत्काल पास के हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। यहां डॉक्टर ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जहां उसकी हालत गंभीर है। पिता ब्याल भूषण अपनी बेटी को लेकर काफी चिंतित है।
नहीं मिली सुरक्षा
सिकरीगंज के सियर गांव में आकांक्षा के मामले में पुलिस ने घर पर दो कांस्टेबल लगाए गए हैं। जबकि जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। इसे लेकर परिवार के लोग परेशान है। उनका कहना है कि नकेड़ गांव के लोग आये दिन समझौते का दबाव बना रहे हैं। साथ ही पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। जबकि घटना के बाद पुलिस के अफसरों ने सुरक्षा मुहैया कराने का वादा किया था। आकांक्षा का परिवार अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
मामले की जांच सीओ देवेंद्र नाथ शुक्ल कर रहे हैं। जहां तक पीडि़त फैमिली मेंबर्स के सुरक्षा की बात है तो यदि वह लिखित पत्र देते हैं तब सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। अभी इस मामले में एक ही आरोपी गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बृजेश सिंह, एसपीआरए