गोरखपुर (ब्यूरो)। कुछ ही देर में इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई बड़े नेताओं और आम पब्लिक की तीखी प्रतिक्रियाएं भी आने लगीं। देवरिया के फतेहपुर में सोमवार सुबह पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव (45) का लहूलुहान शव सोमवार सुबह 7 बजे मिला। लोगों का कहना था कि वह जमीन के विवाद को लेकर सत्यप्रकाश दुबे के घर गए थे। यह जानकारी प्रेमचंद यादव पक्ष के लोगों को जैसे ही मिली। वह लोग भीड़ के रूप में एकत्रित होकर ललकारते हुए सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर पहुंचे।
धारदार हथियार से कर दी 5 की हत्या
बदले की भावना से जब भीड़ सत्यप्रकाश के घर पहुंची तो वह अपने घर में छुप गया था, लेकिन लोगों की भीड़ ने दरवाजा तोड़ा और अंदर घुस गए। प्रेमचंद यादव पक्ष के लोगों ने घर में सभी की बारी-बारी से धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। सूत्रों की मानें तो हमलावर पहले गोली मार रहे थे, फिर गर्दन रेत रहे थे। मरने वालों में एक ही परिवार के सत्य प्रकाश दुबे (52), उनकी पत्नी किरण दुबे, पुत्री सलोनी, नंदिनी के अलावा पुत्र गांधी दुबे शामिल हैं। जबकि सत्यप्रकाश के सबसे छोटे बेटे 8 साल के अनमोल की हालत गंभीर है, उसका बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में इलाज चल रहा है।
छह हत्याओं का कारण बनी जमीन
सूत्रों के मुताबिक, दोनों परिवार के बीच यह विवाद 7 साल से चल रहा है। फतेहपुर गांव का रहने वाले प्रेम यादव राजनीति में सक्रिय होने के साथ जमीन खरीद फरोख्त का काम भी करता था। उन्होंने गांव में भी कई लोगों के खेत खरीदे हैं। सत्य प्रकाश दुबे का एक भाई साधु दुबे मानसिक तौर पर कमजोर है। बताया जा रहा है कि प्रेम यादव ने साधु दुबे की जमीन अपने नाम लिखवा ली थी। इसे लेकर सत्य प्रकाश दुबे लगातार विरोध करता था।
गोरखपुर में एक्शन में दिखे सीएम योगी
देवरिया में हुई इस दहला देने वाली घटना के बाद गोरखपुर में मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में दिखे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि जनपद देवरिया की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दु:खद एवं निंदनीय है। उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
घटनास्थल पर पहुंचे उच्च अधिकारी
सीएम के निर्देश के बाद कुछ ही घंटो में एडीजी अखिल कुमार, आईजी जे। रविन्द्र गौड़ देवरिया के फतेहपुर स्थित घटनास्थल पहुंच कर पूरे मामले का जायजा लिया। वहीं कुछ ही देर बाद प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार भी पहुंच गए।
ट्रेंड करने लगी देवरिया की घटना
सोशल मीडिया पर यह घटना सोमवार दोपहर तक ट्रेंड भी करने लगी। खास तौर से ट्विटर पर सत्यप्रकाश दुबे, प्रेमचंद यादव, ब्राह्मण परिवार, दुबे परिवार, गांधी दुबे नाम का हैज टैग ट्रेंड करने लगा। इस घटना को कई लोगों ने जातीय संघर्ष भी बताया।
आपसी रंजिश में यह हत्याएं हुई हैं। 14 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मृतक सत्यप्रकाश दुबे के भाई ने एक व्यक्ति को भूमि बेची थी। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। प्रकरण की जांच कराई जा रही है, अगर विभागीय लापरवाही हुई तो संबंधित के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव गृह
यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकरण में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। अगर पुलिस विभाग की तरफ से लापरवाही की गई होगी तो कार्रवाई की जाएगी। जिन्होंने कानून अपने हाथ में लेने का कार्य किया है, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। गांव में दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है। अधिकारी खुद ही गांव में कैंप कर रहे हैं।
प्रशांत कुमार, स्पेशल डीजी, यूपी