गोरखपुर (ब्यूरो)। दीक्षा समारोह की तैयारी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरी कर ली है। रविवार को पूर्वाभ्यास कर तैयार का मूल्यांकन कर लिया गया। ड्रेस रिहर्सल के बाद वीसी प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि नैक 'ए प्लस-प्लसÓ ग्रेड मिलने के बाद यूनिवर्सिटी का पहला ऐसा दीक्षा समारोह आयोजित होने जा रहा है, जिसमें कुलाधिपति का आगमन हो रहा है। इसे ध्यान पर रखकर उनके भव्य स्वागत की विशेष तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि चूंकि समारोह स्टूडेंट्स है, ऐसे में पूरी कोशिश है कि इसमें अधिक से अधिक स्टूडेंट्स की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बताया कि इस दीक्षा समारोह के जरिए यूनिवर्सिटी के स्नातक उत्तीर्ण करने वाले 63 हजार 44 स्टूडेंट्स को डिग्री दी जाएगी। इसमें 62 प्रतिशत छात्राएं और 38 प्रतिशत छात्र शामिल हैं। इसके अलावा 25 पीएचडी धारकों को उपाधि भी दी जाएगी। इसमें पांच महिलाएं और 20 पुरुष हैं। समारोह में कुलाधिपति के हाथों परिषदीय विद्यालयों के बच्चों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किट प्रदान किया जाएगा। कुलाधिपति यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति वाटिका में पौधारोपण भी करेंगी। दीक्षा समारोह के दौरान घड़े में जल भर कर कुलाधिपति लोगों को जलसंरक्षण का संदेश भी देंगी।

प्रो। नंदिता बनीं महामहिम, प्रो। उमेश बने स्पेशल गेस्ट

दीक्षा समारोह का पूर्वाभ्यास उसी तरह किया गया, जिस तरह से सोमवार को आयोजन होना है। पूर्वाभ्यास में महामहिम आनंदीबेन पटेल की भूमिका प्रो। नंदिता ङ्क्षसह ने निभाई। स्पेशल गेस्ट उच्च शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर प्रो। उमेश नाथ तिवारी और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री की कुर्सी पर प्रो। शोभा गौड़ बैठीं। बाकायदा विद्वत परियात्रा निकली और पदक विजेताओं को प्रतीक रूप में पदक देने का अभ्यास भी किया गया।

फिटनेस सेन्टर का लोकार्पण करेंगे कुलाधिपति

दीक्षा समारोह में हिस्सा लेने के बाद कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल यूनिवर्सिटी के क्रीड़ा परिषद कार्यालय जाएंगी। वहां वह हाल ही बनाए गए अत्याधुनिक फिटनेस सेंटर का लोकार्पण करेंगी। लोकार्पण की तैयारी रविवार को पूरी कर ली गई।

कॉन्वोकेशन का होगा लाइव टेलीकास्ट

दीक्षा समारोह से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें, इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपने यू-ट््यूब और फेसबुक अकाउंट से इसके सजीव प्रसारण की व्यवस्था की है। महाविद्यालयों के स्टूडेंट्स को भी समारोह से जुडऩे के लिए कहा गया है। इसके लिए महाविद्यालयों के प्रबंधन को ङ्क्षलक भेज दिया गया है।