- डीडीयूजीयू में होने वाला छात्रसंघ चुनाव
- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री के लिए दाखिल हुए पर्चे
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू में 21 सितंबर को होने वाले चुनाव के लिए पहले दिन मंगलवार को 40 प्रत्याशियों ने नामाकंन किया। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री पदों के लिए पर्चे भरे गए। अध्यक्ष के लिए 10, महामंत्री के लिए 14, उपाध्यक्ष और पुस्तकालय मंत्री के लिए आठ-आठ प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए। सिर्फ महामंत्री पद के लिए तीन महिला उम्मीदवारों ने अपनी दोवदारी पेश की। बाकी सभी पदों के लिए पुरुष प्रत्याशियों ने पर्चे भरे।
चुनाव कार्यालय पहुंचे वीसी
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए अमृत कला वीथिका द्वार से और महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री पदों के लिए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से पर्चा दाखिला करने की व्यवस्था की गई थी। पर्चा दाखिल करते वक्त सिर्फ प्रत्याशी को प्रवेश की अनुमति दी गई। अधिकतर प्रत्याशियों ने फॉर्म में कमियां छोड़ दी थी। चुनाव समिति के पदाधिकारियों ने इन्हें दुरुस्त कराया और उसके बाद नामांकन लिए। शाम तीन बजे तक दोनों द्वारों पर प्रत्याशियों के समर्थक छात्र जमे रहे। नामांकन प्रक्रिया के दौरान 12.30 बजे कुलपति प्रोफेसर अशोक कुमार चुनाव कार्यालय पहुंचे। उन्होंने चुनाव समिति के पदाधिकारियों से पचरें की स्थिति का जायजा लिया। प्रो। अशोक कुमार ने कहा कि छात्र जुलूस न निकालें। वरना चुनाव के बाद भी उनके पद को निरस्त कर दिया जाएगा। नामांकन प्रक्रिया में प्रो। एके शुक्ला, प्रो। हिमांशु चतुर्वेदी, प्रो। एके दीक्षित, प्रो। गोपाल प्रसाद आदि का योगदान रहा। बुधवार को संकाय प्रतिनिधि और छात्रावास प्रतिनिधि पदों के लिए पर्चे दाखिल किए जाएंगे।
महिला प्रत्याशी नहीं दाखिल कर सकीं पर्चा
सुबह दोपहर 12 बजे अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने आईं एक मात्र महिला प्रत्याशी स्नेहा कुमारी निषाद को बैरंग लौटना पड़ा। उन्होंने नामांकन के लिए जरूरी अर्हताओं को पूरा नहीं किया था। पदाधिकारियों ने उन्हें गलती दुरुस्त करने का समय दिया। लेकिन वह उसे पूरा नहीं कर पाईं और पर्चा दाखिल नहीं कर सकीं।
पूर्व पदाधिकारियों ने किया विरोध
अपने समर्थक को पर्चा दाखिल कराने आए पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों ने ईद के दिन नामांकन प्रक्रिया कराने का विरोध किया। वह सभी प्रत्याशी के साथ अंदर जाने की जिद पर अड़े थे। पूर्व अध्यक्ष दिनेश चंद श्रीवास्तव, डॉ। रुप कुमार सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मुन्ना, पूर्व मंत्री अंशुमान त्रिपाठी, विजय नारायण सिंह आदि का कहना था कि वह पूर्व पदाधिकारी हैं और अंदर प्रवेश कर सकते हैं। उनके कला वीथिका द्वार पर जम जाने के बाद कार्यालय से बाहर आए चुनाव अधिकारी प्रो। संजय बैजल ने उनसे वार्ता की और समझाया।
मेडिकल कॉलेज के लगाने पड़े चक्कर
प्रत्याशियों को चुनावी पर्चे के साथ मानसिक फिटनेस सर्टिफिकेट देना था। मानसिक रोग विभाग बीआरडी मेडिकल कॉलेज में होने के चलते प्रत्याशियों को सुबह वहां के चक्कर लगाने पड़े। ईद की छुट्टी की वजह से परेशानी आई। हालांकि चुनाव अधिकारी की ओर से किसी भी रजिस्टर्ड चिकित्सक की ओर से जारी प्रमाण पत्र को मान्य करने की बात कह दी गई थी। लेकिन असमंजस में प्रत्याशियों को भाग-दौड़ करनी पड़ी।
जुलूस निकालने वालों की हुई वीडियोग्राफी
पर्चा दाखिल करने के लिए जुलूस लेकर आए प्रत्याशियों की पुलिस और विवि प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी की गई। नामांकन पत्रों की जांच के वक्त सबूत के तौर पर इन्हें देखा जाएगा। इसके आधार पर प्रत्याशियों की उम्मीदवारी अवैध घोषित की जाएगी।
इन प्रत्याशियों ने दाखिल किए पर्चे
अध्यक्ष
जगदम्बा सिंह श्रीनेत (एलएलबी), कर्मवीर सिंह (एमए प्रौढ़ शिक्षा), योगेश्वर नाथ पांडेय (शोध), अभिषेक यादव (बीकॉम), अरविंद कुमार (एलएलबी), राघवेंद्र प्रताप यादव (एलएलबी), चंदन यादव (एलएलबी), कृष्ण चंद्र तिवारी (आपदा प्रबंधन), संदीप चौहान (शोध), संगम सिंह (बीकॉम)
उपाध्यक्ष
सुमित राय (एमए), हिमांशु त्रिपाठी (एलएलबी), अमित कुमार यादव (एमएससी), अनूप कुमार मद्धेशिया (एमए), नितेश कुमार (बीए), अखिलेश पांडेय (बीए), अखिल देव त्रिपाठी (एलएलबी), राघवेंद्र प्रताप सिंह (बीजे)
महामंत्री
सुजीत कुमार सिंह (एमए), अभिषेक हरि सिंह (एमए), राजीव (एमए), विकास पांडेय (एलएलबी), शिवशंकर गौड़ (एमए), ऋचा चौधरी (एमए), नितेश कुमार (एलएलबी), प्रशस्त पांडेय (एमएससी), निखिल चंद्र उपाध्याय (एलएलबी), पवन कुमार पांडेय (एमए), अनन्या शुक्ला (बीए), गौतम कुमार पांडेय (एलएलबी), पवन कुमार (एमए), सोमन पासवान (बीए)
पुस्तकालय मंत्री
अनुभव कुमार पांडेय (एमए), इंद्रमोहन यादव (एलएलबी), दीपक कुमार यादव (एलएलबी), आमिर खान (एलएलबी), आनंद कुमार पांडेय (एलएलबी), कुंअर उपाध्याय (एमए), रंजीत कुमार पासवान (बीए), विवेक शर्मा (एमए)