गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके बाद और जीतने का लालच दिलाकर उससे 15 लाख रुपए ऐंठ लिए। उसे डरा धमकाकर 4 लाख रुपए वसूल भी की और बाकी के 11 लाख रुपए देने का दबाव बनाने लगे। तंग आकर पीडि़त व्यापारी ने कैंट पुलिस से मदद मांगी है। पुलिस केस दर्ज कर जब मामले की पड़ताल की तो पता चला कि यह गैंग ठगी का नया तरीका अपनाया है। इसके बाद पुलिस ने इस गैंग के 3 सदस्यों को अरेस्ट कर लिया।
कैश के साथ सामान बरामद
जालसाजों के पास से पुलिस ने धोखाधड़ी कर वसूला गया 2.30 लाख रुपया, फर्जी और कूटरचित 7 आधार कार्ड, 3 अदद पैन कार्ड और एक बाइक और एक कार भी बरामद कर लिया है। पुलिस तीनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। वहीं, आरोपियों की पहचान देवरिया के खुखुंदू भलुवनी बडहरा के मनोज दूबे, गौरी बाजार धतुराखास टोला बडीललिया के राधेश्याम सिंह उर्फ मुन्ना सिंह और शाहपुर इलाके गायत्री नगर कूड़ाघाट के रहने वाले अमित कुमार के रुप में हुई। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया, बेलीपार के बिस्टौली खुर्द निवासी पंचम निषाद बेलीपार में लकड़ी के फर्नीचर का शोरूम चलाते हैं। कुछ दिन पहले उनके दुकान पर एक व्यक्ति बाइक से आया और फर्नीचर पर पालिश लगाने का ठेका देने के लिए उन्हें शहर के मोहद्दीपुर स्थित होटल अवंतिका में बुलाया।
4 मार्च को होटल में बुलाया
4 मार्च को पंचम होटल में पहुंचे तो उन्हें फर्नीचर का सैंपल दिखाकर नाप दिया गया। फिर उनसे कहा गया कि आप बैठिए और चाय पीजिए, हम लोग मैडम के आते ही चेक साइन कराकर एडवांस दे देंगे। पंचम वहां बैठ गए। इस दौरान उन्हें मूंगफली के दाना गिनने को दिए गए। पहले चक्र के खेल में उन्हें 30 लाख रुपए जीतने की जानकारी दी गई। फिर उनसे दोबारा मूंगफली गिनवाई गई, जिसमें 45 लाख हारना बताया गया।
जुआ में हराकर वसूल लिए 4 लाख
इसके बाद आरोपियों ने पंचम को धमकी देकर दो लाख रुपए वसूल लिए। दोबारा उन्हीं लोगों ने फोन कर 6 मार्च को पंचम को धोखे से देवरिया बुलाया। वहां भी उनसे दो लाख नकद वसूल लिए। इस तरह पंचम के साथ दो बार में 4 लाख रुपए वसूल लिए गए। जिसके बाद पंचम ने मंगलवार को तहरीर दी।
इस फॉर्मूले से करते थे ठगी
कैंट रणधीर मिश्र ने बताया, इसके बाद से केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। जांच के दौरान पता चला कि जालसाज के इस ठगी का तरका जुआ पर आधारित है। जिसके लिए यह लोग मूंगफली, चना, राजमा या किसी तरह की छोटे सामान का इस्तेमाल करते हैं। दानों की संख्या कुल 60 होती है। जिसमें से एक, दो, तीन, चार की संख्या में मूंगफली चार अलग-अलग जगहों पर निकाल कर रखी जाती है।
गणित के फॉर्मूले पर आधारित है जुआ
फिर इन्हीं चारों संख्याओंं पर खेलने वाला व्यक्ति पैसे का दाव लगाता है। जो व्यक्ति जुआ खेला रहा होता है, वह बाकी बची मूंगफलियों को चार के गुणांक में हिस्सा लगाता है। जिसमें जो व्यक्ति जुआ में दाव लगा रहा है वह जिस संख्या का चयन करता है, वही संख्या अंतिम में बाकी बची रह जाती है। ऐसे में वह व्यक्ति संख्या पर लगाये गए पैसे को हार चुका होता है। यह गेम पूरी तरह से गणित के फॉर्मूले पर आधारित है। जिसमें समय और विषम संख्याओं के आधार पर जीत-हार का फैसला होता है।