गोरखपुर (ब्यूरो).एमएमएमयूटी के कनवोकेशन की शुरुआत ठीक 12 बजे हुई। राज्यपाल और अतिथियों के साथ ही ईसी और एसी मेंबर्स ने विद्वत परियात्रा में शामिल होकर हाल में प्रवेश किया। सभी स्वागत में उठकर खड़े हो गए। परियात्रा में सबसे आगे रजिस्ट्रार जयप्रकाश चल रहे थे। उनके पीछे विद्या परिषद व कार्य परिषद के सदस्य तथा सभी संकायों के डीन थे। आखिर में कुलपति प्रो। जेपी पांडेय, मुख्य अतिथि राजीव चाबा और स्पेशल गेस्ट आशीष पटेल के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंच की ओर बढ़ रहीं थी। दीप प्रज्ज्वलन और अतिथियों के मंचासीन होने के बाद कुलपति ने राज्यपाल से समारोह शुरू करने की अनुमति मांगी। अनुमति मिलते ही कुलगीत की प्रस्तुति के बाद कुलपति ने माइक संभाल लिया। उन्होंने यूनिवर्सिटी की बीते एक वर्ष की उपलब्धियां और योजनाओं की जानकारी कुलाधिपति को दी।
गंूजती रही तालियां
राज्यपाल द्वारा मेधावियों को कर्तव्य और निष्ठा की शपथ दिलाने के बाद शुरू हुआ उपाधि देने और पदक वितरण का सिलसिला। एक-एक कर टॉपर मंच पर जाते रहे और कुलाधिपति के हाथों गोल्ड मेडल पहनकर आते रहे। इस दौरान टॉपर्स के लिए तालियां गूंजती रहीं। कुलाधिपति ने 1290 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की और 39 टॉपर्स के गले में गोल्ड मेडल सजाया।
स्मारिका का हुआ विमोचन
दीक्षांत समारोह की शुरुआत में यूनिवर्सिटी की स्मारिका मालविका और वार्षिक प्रगति आख्या का विमोचन भी अतिथियों के हाथों हुआ। आखिर में अतिथियों के संबोधन का क्रम शुरू हुआ। पहले स्पेशल गेस्ट प्रविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने छात्रों की बेहतर भविष्य के लिए हौसलाफजाई की उसके बाद दीक्षांत संबोधन के जरिये मुख्य अतिथि एमजी मोटर्स के प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने उन्हें सफलता का मंत्र दिया।
राजीव चाबा ने दिया पांच मंत्र
दीक्षांत के चीफ गेस्ट एमजी मोटर्स के अध्यक्ष प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए हमें कुछ प्रमुख बातें अमल में लानी होंगी। मैं भी इसी मंत्र के जरिये आगे बढ़ा हूं। मेरे हिसाब से जो विद्यार्थी इन पांच मंत्रों को जीवन में उतार लेगा उसकी सफलता निश्चित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सफलता का पहला मंत्र यह है कि यदि कुछ भी जीवन में बेहतर करना है तो आप अपने आपको ऐसा प्रस्तुत करें कि लोग आप पर भरोसा करें। दूसरा यह है कि विविधता में काम करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए। इसी क्रम में चर्चा करते हुए कहा कि कोई भी कंपनी तब तक प्रगति नहीं कर सकती जब तक उसमें महिलाओं की भागीदारी न हो। इसलिए हमने अपनी कंपनी में 50 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी दी। यहां के छात्रों से हम यहीं कहेंगे कि उन्हें लड़कियों के साथ कैसे काम करना है सीखना चाहिए। तीसरे के बारे में बताते हुए कहा कि सफलता के लिए कभी भी शॉर्टकट न अपनाएं। चौथे मंत्र में उन्होंने कहा कि आप किसी भी विपरीत परिस्थिति में स्वयं को असहाय न समझें और साकारात्मक सोच लेकर आगे बढ़े। पांचवां व अंतिम मंत्र उन्होंने व्यक्तित्व में लचीलापन बनाएं रखने का दिया।
आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं के लिए की फेलोशिप
अपने संबोधन के दौरान एमजी मोटर के अध्यक्ष ने कहा कि वह ऐसी छात्राएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और आगे पढऩा चाहती हैं उनकी मदद करेंगे। इसके लिए उन्होंने दो लाख रुपए प्रति वर्ष फेलोशिप की घोषणा की। उन्होंने साफ किया यह फेलोशिप कंपनी की ओर से नहीं बल्कि उनकी ओर से है।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि दुनिया में तीन क्रांति हुई। रेल इंजन का अविष्कार पहली क्रांति थी। बल्ब का अविष्कार दूसरी तथा रेडियो का अविष्कार तीसरी क्रांति रही। आज दुनिया डेटा साइंस क्रांति की ओर से तेजी से आगे बढ़ रहा है। चीजें धीरे-धीरे परिवर्तित हो रहीं हैं। ऐसे में हमें डेटा का अधिक से अधिक उपयोग कर नए-नए अविष्कार करना चाहिए।