गोरखपुर (ब्यूरो)।प्राइवेट हास्पिटल के वैक्सीनेशन सेंटर में भी वैक्सीन नहीं है। ऐसे में लोगों को प्रिकॉशन डोज भी नहीं लग पा रही है। वहीं कुछ ऐेसे भी लाभार्थी भी हैैं, जिन्हें विदेश जाना है, लेकिन प्रिकॉशन डोज नहीं लगने से उन्हें दिक्कतें हो रही हैैं। दरअसल, केंद्र सरकार ने इस साल जनवरी के बाद वैक्सीन दी नहीं है। जो दी थी, उसकी एक्सपायरी भी 10 फरवरी 2023 थी। ऐसे में प्रदेश के विभिन्न जिलों से यूपी गवर्नमेंट से वैक्सीन की डिमांड की जा रही है। वहीं यूपी सरकार ने भी केंद्र से और वैक्सीन मांग की है।
बढ़ते जा रहे कोरोना के केसेज
गोरखपुर में महज 10,70,215 लोगों को प्रिकॉशन डोज लगी है। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में प्रिकॉशन डोज के लिए कुछ वैक्सीन उपलब्ध कराई थी। उसके बाद जनवरी में एक माह की एक्सपायरी वाली एक छोटी खेप और आई, लेकिन प्रदेश में प्रिकॉशन डोज भी तय लक्ष्य की तुलना में एक तिहाई लोगों को भी नहीं लग पाई है। गोरखपुर में महज 37.36 प्रतिशत लोगों की हो प्रिकॉशन डोज लग पाई है। जबकि यूपी में 14 करोड़ 74 लाख लोगों को प्रिकॉशन डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया था। मगर अभी तक साढ़े चार करोड़ को ही यह डोज लग पाई है।
नहीं दिखाई थी दिलचस्पी
कोरोना की प्रिकॉशन डोज को लेकर इस साल लोगों ने भी कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इसका कारण टीके की इस डोज को लेकर लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं भी हैैं। केंद्र सरकार और एक्सपर्ट द्वारा वैक्सीन को बार-बार पूरी तरह से सुरक्षित बताया गया है। इसके बावजूद लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह के भ्रम हैैं।
प्रिकॉशन डोज के लिए लोग आ रहे हैैं। लेकिन वैक्सीन किसी भी जिले में उपलब्ध नहीं है। हेडक्वॉर्टर से डिमांड की गई है। वैक्सीन आने के बाद ही लगाई जा सकेगी। पिछली बार 40 हजार की डिमांड की गई थी। इस बार भी 40 हजार से ऊपर वैक्सीन की डिमांड है।
डॉ। एनके कुशवाहा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी