गोरखपुर (ब्यूरो)।इन हादसों में 296 लोगों की जान भी चली गई। यह जानकारी ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों से सामने आई है। लिहाजा गोरखपुराइट्स को सड़क पर सतर्कतापूर्वक चलने की जरूरत है। साथ ही ब्लैक स्पॉट्स पर एहतियात बरतने की जरूरत है।
रॉन्ग साइड चल रहे, हेलमेट भी नहीं
ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के चलते हर महीने दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोग अपनी जान भी गंवा रहे हैं। जबकि ट्रैफिक डिपार्टमेंट सख्ती के साथ लगातार नियमों के प्रति अवेयर भी करता है। इसके बाद भी सड़क दुर्घटनाएं नहीं थम रही हैं। चालक तेज गति के साथ उल्टी दिशा में वाहन चला रहे हैं। सड़क से गुजरने वाले ज्यादातर दोपहिया चालक हेलमेट नहीं पहन रहे। बाइक सवार युवक सरेआम सड़कों पर स्टंट करते नजर आते हैं।
ब्लैक स्पॉट से सतर्कता से गुजरें
वाहन चालक और राहगीर नौसढ़, जंगल धूषण से पिपराइच, कालेसर, चौरीचौरा से भोपा बाजार, बोक्टा, बिलो सिधावल, दाना पानी सहजनवां, नौसढ़, कसरौल, भीटी रावत सहजनवां, फॉर-फेस्ट चौमुखी, देवीपुर, मरचाहे कुटी, खजांची चौराहा, रावतगंज, सोनू घाट, फुटहवा ईनार, निबिहवा ढाला और रामनगर कडज़हां से सतर्कता से गुजरें।
एक जनवरी से 30 जून तक हादसे और वजह
एक्सीडेंट का कारण एक्सीडेंट
ट्रैफिक रूल तोडऩे की वजह से 217
ड्राइवर की लापरवाही से 110
भारी ट्रैफिक की वजह से 86
सड़क खराब होने के कारण 79
असावधान मोड़ की वजह से 34
जांच निरीक्षण के तहत हादसे 26
वाहन की खराबी से 21
इन हादसों का नहीं है डाटा 14
ब्लाइंड मोड़ की वजह से 08
मौसम के कारण 05
लंबी दूरी व चालक की बेचैनी से 03
वाहन से नीचे गिर कर 02
पशु की वजह से 01
खुले मेनहोल की वजह से 01
टक्कर के बाद वाहन जलने से 01
अन्य 01
2022 में सबसे अधिक मौतें भोर में हुईं
समय हादसे मौत
शाम 6 से 9 बजे 451 178
भोर में 3 से 6 बजे 481 212
सुबह 9 से 12 बजे 350 140
जून में हुए सर्वाधिक हादसे
माह हादसे --- मौतें -- घायल
जनवरी 77 31 54
फरवरी 124 54 78
मार्च 124 62 65
अप्रैल 92 35 65
मई 104 48 72
जून 137 66 82
ट्रैफिक नियमों को तोडऩे की वजह से सबसे अधिक हादसे हो रहे हैं। लगातार जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं। लोग नियमों का पालन करें तो हादसों में काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। चलान कर कार्रवाई भी की जाती है।
श्याम देव, एसपी ट्रैफिक