गोरखपुर (ब्यूरो)।कार्यक्रम के चीफ गेस्ट यूनिवर्सिटी के एल्युमिनस और हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला रहे। स्पेशल गेस्ट सांसद जगदंबिका पाल, उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल आरपी शाही, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो। ईश्वर शरण विश्वकर्मा रहे। इस दौरान 54 आईकॉन्स ऑफ गोरखपुर को सम्मानित किया गया।

पीएम से मिलेंगे आईकॉन्स

इस दौरान आईकॉन्स की बैठक भी हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि वीसी प्रो। राजेश सिंह के साथ 100 आईकॉन्स गोरखपुर यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस बनाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। ऑनलाइन मोड में जुड़े शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम में जुडऩे के लिए काफी उत्सुक था, पुरानी सोच को नया आधार देने के लिए एल्युमिनाई मीट का आयोजन यूनिवर्सिटी की ओर से सार्थक पहल है। उन्होने हॉस्टल और क्लास से जुड़ी अपनी पुरानी यादों को भी साझा किया।

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के लिए गौरव का क्षण

जगदंबिका पाल ने कहा कि सभी एल्युमिनाई ने सफलता के शिखर पर पहुंच कर केवल स्वयं को ही सम्मानित नहीं किया, अपितु यूनिवर्सिटी का भी गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पहले गोरखपुर यूनिवर्सिटी को यूपी के पिछड़े पायदान के संस्थानों के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब यह राष्ट्र की अग्रिम यूनिवर्सिटी में आती है। जिस प्रकार पूर्व में भारत भी विश्व की ब्रिटेन के अधीन था। अब उसने टॉप 5 इकोनॉमी वाले देशों में ब्रिटेन को पीछे कर दिया है। यह भारत के साथ साथ गोरखपुर यूनिवर्सिटी के लिए भी गौरव का क्षण है।

सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का संकल्प

लेफ्टिनेंट जनरल रविन्द्र प्रताप सिंह ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि जब वो गोरखपुर में रहते थे तब यह यूनिवर्सिटी फल-फूल रही थी। उन्होंने सभी स्टूडेंट्स से स्थापना दिवस के अवसर पर यह शपथ लेने का अनुरोध किया कि वो इस यूनिवर्सिटी को वल्र्ड क्लास यूनिवर्सिटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का संकल्प लें।

अगले साल होगा डायमंड जुबिली सेलिब्रेशन

वीसी ने कहा कि 'आइकॉन ऑफ गोरखपुरÓ कार्यक्रम के अंतर्गत 100 विभूतियों को जोड़ा गया और आगे 250 को जोडऩे की योजना है। उन्होंने बताया कि यह थिंक टैंक अगले साल यूनिवर्सिटी की स्थापना का डायमंड जुबिली सेलिब्रेशन ईयर के आयोजन का मार्गदर्शन करेगा।