-जीआरपी एसओजी टीम को मिली कामयाबी
-पोरबंदर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के टॉयलेट में छिपाकर रखा गया था चरस
GORAKHPUR: जीआरपी की एसओजी टीम को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी। चेकिंग के दौरान टीम ने मुजफ्फरपुर से पोरबंदर जाने वाली पोरबंदर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के टॉयलेट से क्9 किलो चरस बरामद किया है। बरामद चरस को टीम ने मालखाने में दाखिल करा दिया है। जीआरपी एसओजी की मानें तो बरामद किए गए चरस की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 9 लाख रुपए है।
दिल्ली और पंजाब के लिए होती है सप्लाई
पहले भी बिहार से आने वाली जननायक एक्सप्रेस, जनसेवा, शहीद और सत्याग्रह एक्सप्रेस में चरस, अफीम और गांजा की सप्लाई धड़ल्ले से होती रही है। लेकिन अब सप्लायर ने पोरबंदर एक्सप्रेस को अपना निशाना बनाया है। इसका खुलासा बरामद किए गए चरस से हुआ है। जीआरपी एसओजी की माने तो बिहार से सबसे ज्यादा दिल्ली और पंजाब के लिए चरस की सप्लाई की जाती है।
ताबड़तोड़ चेकिंग से हड़कंप
जीआरपी एसपी हरीश चंद्र के निर्देशन में जीआरपी एसओजी टीम के प्रभारी अश्वनी कुमार राय ने मुखबिर की सूचना पर मंडे की रात करीब क्0 बजे पोरबंदर एक्सप्रेस में चेकिंग की। प्लेटफार्म नंबर भ् पर खड़ी ट्रेन में ताबतोड़ चेकिंग देख यात्री भौचक हो गए। इस दौरान ट्रेन के एस-ख् कोच के टॉयलेट में खाकी रंग के पन्नी में लिपटा चरस का पैकेट बरामद किया। जिसे जब्त कर पोस्ट पर लाया गया। गिनती करने पर इसमें कुल फ्8 पैकेट थे और वजन क्9 किलो था।
इससे पहले भी पकड़ा गया था करोड़ों का चरस
इससे पहले भी बिहार की तरफ से आने वाली ट्रेन से तत्कालीन एसपी डॉ। के। एजिल रसन के कार्यकाल में करोड़ों रुपए के चरस बरामद किए गए। बिहार से भारी मात्रा में आने वाले चरस को लेकर जीआरपी एसओजी टीम पूरी तरह से एक्टिव है। वहीं संदिग्ध ट्रेनों में जीआरपी प्रभारी ने चेकिंग बढ़ा दी है।
प्राइज देकर एसपी करेंगे सम्मानित
- एसओजी प्रभारी - अश्वनी कुमार राय
- कांस्टेबल - राजाराम यादव
- कांस्टेबल - युगुल किशोर तिवारी
- कांस्टेबल - पारस राय
- कांस्टेबल - धर्मेद्र साहनी
पोरबंदर एक्सप्रेस से एसओजी टीम ने चरस बरामद किया है। जिसकी कीमत करीब 9 लाख रुपए बताई जा रही है। टीम ने बेहतर काम किया है। इसके लिए उन्हें प्राइज दिए जाएंगे।
हरीश चंद्र, एसपी जीआरपी