गोरखपुर (ब्यूरो)।ये मामले आरएमआरसी की स्टडी में सामने आए हैं। स्टडी के लिए 2900 सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और सीएचसी-पीएचसी से एकत्र किए गए हैं। यह सभी पेशेंट पोस्ट कोविड हैं।

सभी सैंपल हरपीज, फीवर विद, रेसेज, हेपेटाइटिस, डायरिया, एक्यूट इंसेफेलाइटिस समेत आठ सिंड्रोम के 28 विषाणुओं से संबंधित लक्षण वाले पेशेंट्स के हैं। अभी तक 2160 सैंपल में 10 वायरस और पांच बैक्टीरिया का टेस्ट हो चुका है। हरपीज, हेपेटाइटिस, वेरीसेला जोस्टर व स्क्रब टाइफस की संख्या ज्यादा मिली है। रिपोर्ट संबंधित अस्पतालों को 24 घंटे के अंदर भेज दी गई, ताकि सटीक इलाज शुरू हो सके। वायरोलाजिस्ट डॉ। गौरव राज द्विवेदी के निर्देशन में डॉ। राजीव सिंह, डॉ। नलिनी मिश्रा, डॉ। एसपी बेहरा, ऐश्वर्या, सोनल, आशुतोष, इम्बेसात, सोनू, सज्येंद्र ने जांच की।

इन वायरस की भी हुई जांच, रिपोर्ट निगेटिव

वेस्टनाइल, रोटा वायरस, मंप्स, एस्टीन बार वायरस, जीका वायरस।

ये बैक्टीरिया मिले

स्क्रब टाइफस, लेप्टोस्पाइरा, स्ट्रेप्ओकोकस निमोनिया।

इन सिंड्रोम से संबंधित हैं सैंपल

हेपेटाइटिस, डायरिया, कंजेक्टिवाइटिस, एईएस, न्यूरोलाजिकल, रेस्पेरेटरी, फीवर विद रेसेज व फीवर ऑफ अननोन वर्जिन।

यह वायरस मिले

जापानी इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया, डेंगू, हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस ई, वेरीसेला जोस्टर वायरस, हरपीज सिंपलेक्स वायरस, मीजल्स, रूबेला, साइटोमेंग्ली वायरस, एंट्रोल वायरस, पार्वो वायरस-बी 190

इन जिलों के पेशेंट्स की सैंपल टेस्टिंग

गोरखपुर

कुशीनगर

देवरिया

महराजगंज

संतकबीर नगर

सिद्धार्थनगर

बस्ती

मऊ

गोंडा

बलिया

अंबेडकरनगर

गाजीपुर

आजमगढ़

बलरातपुर

अयोध्या

बिहार के पेशेंट की हुई जांच

गोपालगंज

सिवान

पश्चिम चंपारण

पूर्वी चंपारण

मुजफ्फरपुर, मधुबनी

सहरसा

नालंदा

सारन

आईसीएमआर की सभी ब्रांचों में समय समय पर ऐसी जांच होती रहती है। ताकि समय रहते वायरस व बैक्टीरिया का दुष्प्रभाव सामने आ सके और उसकी रोकथाम के उपाय किए जा सकें।

डॉ। रजनीकांत, निदेशक, आरएमआरसी