गोरखपुर (ब्यूरो)। ऐसे ही मेहनत कर कामयाबी का परचम बुलंद करने वाले होनहारों के लिए सोमवार काफी खास रहा। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के 42वें कॉन्वोकेशन में होनहारों को गोल्ड मेडल के तौर पर कामयाबी का तोहफा गवर्नर आनंदीबेन पटेल के हाथों मिला। मेडल पाकर जहां होनहारों के चेहरे की चमक बढ़ गई, वहीं मोटीवेशनल स्पीच से उनके हौसलों को भी नई उड़ान मिली। मेडल के साथ स्टूडेंट्स कामयाबी का मंत्र लेकर रवाना हुए।
विद्वत परियात्रा का स्वागत
इवेंट की शुरुआत विद्वत परियात्रा के साथ हुई। संचालनकर रही डॉ। तूलिका मिश्रा ने जैसे ही यह राज्यपाल और विशिष्ट अतिथि के साथ विद्वत परियात्रा के हाल में प्रवेश करने की जानकारी दी, तो दीक्षा भवन में तालियों की गूंज सुनाई देने लगी। इन सबके बीच विद्वत परियात्रा ने हाल में प्रवेश किया। परियात्रा में सबसे आगे रजिस्ट्रार प्रो। शांतनु रस्तोगी चल रहे थे। उनके पीछे विद्या परिषद व कार्य परिषद के सदस्य और सभी संकायों के डीन। सबसे पीछे थीं वीसी प्रो। पूनम टंडन और स्पेशल गेस्ट उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी के साथ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल। एक-एक कर सभी मंचासीन हुए।
राष्ट्रगीत से शुभारंभ
राष्ट्रगीत और कुलगीत के गायन के बाद वीसी ने कुलाधिपति से समारोह को शुरू करने की अनुमति मांगी। अनुमति मिलते ही वीसी ने माइक संभाला। पहले यूनिविर्सिटी की उपलब्धियां गिनाईं और फिर भविष्य की योजनाएं बताईं। प्रतीक रूप से सभी स्टूडेंट्स को संकायवार उपाधि प्रदान करने की प्रक्रिया सम्पन्न करने के बाद कुलाधिपति ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दीक्षोपदेश दिया, फिर शुरू हुआ पदकों के वितरण का सिलसिला। बारी-बारी से पहले सभी टॉपर्स ने तालियों के बीच कुलाधिपति के हाथों में गले में गोल्ड मेडल पहना और फिर पीएचडी धारकों ने उपाधि प्राप्त की।
11 टॉपर्स को मिले 32 गोल्ड
दीक्षा समारोह में कुलाधिपति के हाथों 11 टॉपर्स को 32 गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। इसके साथ 25 पीएचडी धारकों को पीएचडी अवार्ड की गई। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी के संबोधन से कार्यक्रम आगे बढ़ा। उनका संबोधन समाप्त होते ही कुलाधिपति ने यूनिविर्सिटी के न्यूज लेटर और डॉ। प्रीति गुप्ता व डॉ। तूलिका मिश्रा की पुस्तकों का लोकार्पण किया। साथ ही परिषदीय स्कूलों के बच्चों को फल व उपहार दिया और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्रों की सामग्री सौंपी। अंत में कुलाधिपति अध्यक्षीय संबोधन दिया और समारोह के समापन की औपचारिक घोषणा की।
कैमरे में कैद किया मोमेंट
फिर शुरू हुआ फोटो सेशन का दौर। हर कोई इस यादगार पल को तस्वीरों में कैद करता दिखा। कोई दोस्तों के साथ फोटो सेशन करा रहा तो कोई अपने अभिभावकों के साथ। एक-दूसरे के साथ खुशी बांटने और बधाई व धन्यवाद का क्रम काफी देर तक जारी रहा।