गोरखपुर (ब्यूरो)।पहले दिन परीक्षा में कुल 1002 रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में किसी ने भी परीक्षा नहीं छोड़ी। बिना नीट क्वालिफाई किए आगरा और ग्रेटर नोएडा के दो कॉलेजों के 55 छात्रों के दाखिले को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध करार दिया है, जिसके कारण उन्हें परीक्षा से बाहर कर दिया गया।

सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुई परीक्षा

कुलसचिव आरबी सिंह ने बताया कि दो निजी कॉलेजों की परीक्षाएं यूनिवर्सिटी और नौ राजकीय मेडिकल कॉलेजों की परीक्षाएं उन्हीं कॉलेजों में आयोजित की गई। पूरी परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हुई। सीसीटीवी कैमरे के लाइव सिस्टम से गोरखपुर आयुष यूनिवर्सिटी परिसर से ही प्रदेश के सभी कॉलेजों में होने वाली परीक्षा की निगरानी होती रही। परीक्षा के दौरान रिकॉर्ड सीसीटीवी कैमरे की वीडियो रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखा जा रहा है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर आयुष यूनिवर्सिटी के एक-एक ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं।

ऑनलाइन भेजा गया पेपर

कुलसचिव ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर छात्र संख्या के आधार पर 15 से 30 मिनट पहले प्रश्नपत्र ऑनलाइन भेजा गया। प्रश्नपत्र भेजने के साथ ही ऑनलाइन यूजर आईडी और पासवर्ड भेजा गया। ऑब्जर्वर के सामने ही प्रश्नपत्र का पेपर प्रिंट कराया गया। नेमिनाथ होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज आगरा के छात्रों की परीक्षा डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा तथा बैक्शन होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज ग्रेटर नोएडा के छात्रों की परीक्षा गौतम बुद्ध नगर यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा में आयोजित की जा रही है। जबकि नौ राजकीय होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेजों में गोरखपुर, प्रयागराज, आजमगढ़, गाजीपुर, लखनऊ, कानपुर, फैजाबाद, अलीगढ़, मुरादाबाद के छात्रों की परीक्षा उन्हीं कालेजों में आयोजित हो रही है। पहले दिन परीक्षा में कुल 1002 समेत शत-प्रतिशत छात्र एवं छात्राएं शामिल हुए। आयुष यूनिवर्सिटी के बीएचएमएस की परीक्षा में शामिल हुए शतप्रतिशत छात्र उपस्थित हुए।