BAREILLY: वोट हमारा पॉवरफुल राइट है, जिससे हम देश की धुंधली होती तस्वीर की सूरत बदलने का माद्दा रखते हैं। हर युवा के पास केवल एक वोट है पर देश के करोड़ों यंगस्टर्स के एकजुट होने से ये करोड़ों वोटों में तब्दील हो जाएगा। ऐसे ही कुछ बोल देश के उन नौजवानों के थे, जिन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व में पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जोश से भरे इन युवाओं का मेन मकसद 'बदलाव' लाना था। किसी ने देश के हालात बदलने तो किसी ने अपने शहर की दुर्दशा ओर बूते के बाहर होती जा रही मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने जैसे मुद्दों को जहन में रखकर बटन दबाया। इन्हें देश के सबसे बड़े मेले में पहली बार भागीदारी की खुशी तो थी, साथ ही देश की बदलती तस्वीर का सुहाना सपना भी किसी कोने में 'आकार' ले रहा था। इन पर दबाव भी बनाए गए, लालच देने की भी कोशिश की गई पर देश की दशा और दिशा बदलने को बेताब युवाओं ने 'बदलाव' का ही बटन दबाया।

मेरी तो सारी रात कशमकश में गुजरी। किसे चुनें किसे नहींसमझ नहीं आ रहा था। ऐसे में देश की बड़ी समस्या भ्रष्टाचार को जहन में रखकर वोट किया। फैमिली ने प्रेशर बनाया था, पर उसे ही वोट दिया जिसे तय किया था। आखिरकार यह मेरे देश के फ्यूचर का सवाल जो था।

- अंकुश शर्मा, स्टूडेंट, मिलकपुर

पहली बार वोट डालना काफी एक्साइटिंग एक्सपीरियंस रहा। सोने की चिडि़या कहा जाने वाला देश आज मिट्टी का पुतला बन गया है। विकास कहां है? वोट केवल एक ही डाला, पर गुस्से से उबलते देश के नौजवानों के साथ मिलकर यह करोड़ों में तब्दील हो जाएगा।

- सचिन कुमार, स्टूडेंट, सुभाषनगर

वोट देकर प्राउड फील हो रहा है। वोट देने के लिए मुझे फ्रीडम मिली थी, आखिरकार यह पर्सनल अपॉच्र्युनिटी है। वोट करना मेरे देश के लिए मेरी ड्यूटी है, जिसे मैंने बखूबी निभाया। बुरे दौर से गुजर रहे देश के हालात बदलने के लिए कैंडीडेट पर नहीं, मुद्दों पर बटन दबाया।

- प्रियांजलि, स्टूडेंट, मढ़ीनाथ

आज का दिन काफी इंपॉर्टेट रहा। फैमिली के साथ अच्छी सरकार के लिए वोट डाला है। इसके लिए सुबह ही घर का सारा काम खत्म कर दिया। कई लोग मोहल्ले में वोट डालने से कतरा रहे थे। उन्हें भी वोट डालने के लिए लाए और वोट डलवाया। वोट के लिए बस कुछ मिनट निकालकर देश की वर्तमान परिस्थिति को बदला जा सकता है।

- साक्षी, स्टूडेंट

फ‌र्स्ट टाइम वोट डालकर सरकार बनाने में अपना योगदान किया है। काफी अच्छा फील हो रहा है। ग‌र्ल्स सिक्योरिटी को ध्यान में रखकर ही अपना वोट दिया है। अब तक ग‌र्ल्स सिक्योरिटी के लिए जो कड़े कदम नहीं उठाए गए, वह अब उठाए जाएंगे। मेरा वोट इस बदलाव की बयार में एक छोटा सा हिस्सा बनेगा, इसकी मुझे खुशी है।

- सोनम, स्टूडेंट