कोतवाली में एफआईआर
सैटरडे को कोतवाली में सचिन कुमार के खिलाफ चीफ मिनिस्टर के नाम पर समाजवादी पार्टी अखिल भारतीय राष्ट्रीय अखिलेश यादव यूथ ब्रिगेड के नाम पर फर्जी संस्था चलाकर अवैध वसूली और पार्टी को बदमान करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के खिलाफ केस रजिस्टर्ड करवाया गया है। सचिन के खिलाफ केस रजिस्टर्ड समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद वीरपाल यादव की तरफ से करवाया गया है। बरेली पुलिस सचिन की अरेस्टिंग की तैयारी कर रही है, लेकिन फिलहाल वह पुलिस की पकड़ से बाहर है।
पहले से थी जानकारी
समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता संजीव यादव ने केस रजिस्टर्ड करवाने के बाद बताया कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी (अखिल भारतीय राष्ट्रीय अखिलेश यादव यूथ ब्रिगेड) चलाने की जानकारी प्राप्त हुई । कंपलेंट आई कि सचिन कुमार नामक व्यक्ति खुद को यूपी के चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव के नाम पर फर्जी तरीके से बनायी गई इस यूथ ब्रिगेड का वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष बताकर लोगों से अवैध वसूली करता है। वह इसके नाम पर कई लोगों को धमका चुका है। उसने बकायदा अपना ऑफिस भी खोल रखा है। उसने खुद के विजिटिंग कार्ड भी बनवा रखे हैं। सचिन के विजिटिंग कार्ड पर बाकायदा उसका पद व यूथ ब्रिगेड का नाम लिखा हुआ है। कार्ड पर उसके ऑफिस का एड्रेस श्री एस एल प्वाइंट काल के सामने निकट महानगर कॉलोनी, पीलीभीत बाईपास रोड बरेली व रेजीडेंट एड्रेस न्यू आजाद नगर कालोनी, पीलीभीत बाईपास रोड बरेली लिखा है।
विभिन्न धाराओं में मामला
जब उसकी शिकायत लेकर कुछ पीडि़त लोग जिलाध्यक्ष के पास पहुंचे तो जिलाध्यक्ष ने उसके खिलाफ कार्यवाई करने का मन बनाया। जिलाध्यक्ष की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं 420, 467, 468, 471 के तहत केस रजिस्टर्ड कर लिया गया है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। कोतवाली पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है. जल्द ही उसे अरेस्ट कर लिया जाएगा।
प्रकोष्ठ और ब्रिडेड का पेंच
सीएम ने अपने पत्र में जिस संस्था को प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए हैं उसका पूरा नाम लेटर हेड पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय अखिलेश यादव यूथ प्रकोष्ठ लिखा है। जबकि दूसरी तरफ यह संस्था यूथ ब्रिगेड के नाम पर पूरे प्रदेश में कार्य कर रही है। इसी अखिलेश यादव यूथ ब्रिगेड पर आरोप लगे हैं कि वह वसूली करने में लिप्त है। इस प्रकोष्ठ और ब्रिगेड का पेंच तब और उलझ जाता है जब पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि यह सही है कि इस तरह के संगठन का गठन खुद अखिलेश यादव की पहल पर चुनाव के पहले किया गया था।
सीएम ने दिए थे निर्देश
ऐसा नहीं है कि सीएम अखिलेश यादव को इस तरह की प्रदेश स्तर पर हो रही वसूली की जानकारी नहीं है। 11 अप्रैल को चीफ मिनिस्टर द्वारा प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों को पत्रांक 365 के तहत निर्देश दिए गए थे कि प्रदेश में अखिल भारतीय राष्ट्रीय अखिलेश यादव यूथ प्रकोष्ठ के नाम पर फर्जी यूथ बिग्रेड चलाने की जानकारी प्राप्त हुई है। इसमें यह भी पता चला है कि इस प्रकोष्ठ की इकाइयां प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित की गई हैं। इस ब्रिगेड के अध्यक्ष अमित सिंह बलिया बने हैं इसीलिए निर्देश दिये जाते हैं कि यह संस्था पूरी तरह से फर्जी है। यह पार्टी को बदनाम कर रही है और इसके संचालक पार्टी के नाम पर अवैध वसूली भी कर रहे हैं। सभी जिलाध्यक्ष इस तरह से किसी प्रकार के संचालक व यूथ के नाम पर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाए।
सपा बरेली जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव की शिकायत पर सचिन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस रजिस्टर्ड कर लिया गया है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अनूप सिंह राठी, थाना प्रमुख कोतवाली, बरेली
मैंने किसी तरह की अवैध वसूली नहीं की है। मेरे खिलाफ झूठा केस रजिस्टर्ड करवाया गया है। मैं पार्टी से जुड़ा हूं। मैं पहले भी पार्टी के लिए काम कर रहा था और आगे भी काम करता रहूंगा।
सचिन कुमार,वरिष्ठ मंडल अध्यक्ष, अखिल भारतीय राष्ट्रीय, अखिलेश यादव यूथ ब्रिगेड
चुनाव से पहले अखिलेश यादव की सलाह पर यह बिग्रेड बनायी गई थी। चीफ मिनिस्टर बनने के बाद अखिलेश यादव ने इस बिग्रेड को बंद करने के आदेश दे दिये। उसके बाद किसी तरह का कोई काम संगठन द्वारा नहीं किया जा रहा था। अगर इसके बावजूद भी अगर कोई संगठन के नाम पर वसूली करते पाया गया तो पार्टी का उससे कोई सरोकार नहीं है।
एमएम खान,पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
भ्रष्टाचार और अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ समाजवादी पार्टी सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। भ्रष्टाचार करने की छूट किसी को नहीं है। अगर पार्टी से जुड़ा कोई नेता या कार्यकर्ता भी भ्रष्टाचार और वसूली में इनवाल्व पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अखिलेश यादव ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। बरेली की घटना में कार्रवाई का निर्देश भी हाई कमान की ओर से दिया गया है। जहां सपा को बदनाम करने के लिए अवैध वसूली की जा रही थी।
राजेंद्र चौधरी, स्पोक्सपर्सन समाजवादी पार्टी