- बच्चे, बड़ों और यूथ सभी ने मस्ती से सेलीब्रेट किया फ्रेंडशिप-डे

- एक-दूसरे को दिए फ्रैंडशिप बैंड, जमकर की आउटिंग और मस्ती

BAREILLY: यूं तो दोस्तों का कोई दिन नहीं होता, क्योंकि यह वह एहसास और खुशी का नाम है जो हर दिन, हर पल सेलीब्रेट होती है। दोस्ती वह शब्द है जो चेहरे पर मुस्कान लाती है, दोस्ती वह एहसास है जो सभी रिश्तों से बढ़कर होती है। कुछ इन्हीं एहसासों के साथ संडे को बच्चे, बड़ों और यूथ ने फ्रेंडशिप डे सेलीब्रेट किया। इस खास मौके पर शहर के मार्केट में यूथ की भीड़ रही। यूथ ने एक-दूसरे को फ्रेंडशिप बैंड, कार्ड और अन्य गिफ्ट देकर फ्रेंडशिप-डे को सेलीब्रेट किया। दोस्तों ने ताउ्रम्र अपनी दोस्ती कायम रखने की कसमें की खाई।

जब पैरेंट्स बन गए फ्रेंड्स

सिटी के यूथ के मुताबिक दोस्ती सही और गलत को आंकने का आईना है। एक मां अपने बेटे की और एक पिता अपनी बेटी के अच्छे फ्रेंड्स हो सकते हैं, क्योंकि एक अच्छा दोस्त ही वह बातें बताता है जो किसी क्लास या कोर्स में नहीं पढ़ाई जाती। कुछ इन्हीं फीलिंग्स के साथ सिटी के यूथ ने संडे को अपने पैरेंट्स को बैंड पहनाकर फ्रेंड का दर्जा दिया। वहीं पैरेंट्स ने भी बच्चों को उन्हें प्यार भरा आशीर्वाद दिया।

फिर शुरू हुई आउटिंग

सैटरडे रात ज्यों ही घड़ी में बारह बजे, यूथ की ओर से वाट्सएप, फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स पर अपने खास और चाहने वालों को दोस्ती के प्यार और एहसास भरे मैसेजेस और पोस्ट का सिलसिला शुरू हो गया। संडे सुबह उठते ही यूथ ने एक दूसरे के घर पहुंचकर बैंड पहनाए तो दूसरी ओर शाम को रेस्टोरेंट व पार्क जाकर जमकर मस्ती की। यूथ ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। संडे को दिनभर लोगों के स्मार्टफोन पर प्यार भरे संदेश आते रहे।