बरेली (ब्यूरो)। लोग अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते है। सोशल मीडिया की जिंदगी लोगों को बहुत आसान दिखती है। यहां लोगों को उनके मन मुताबिक लोग मिलते हैं, जिनसे वे बात करते हैैं। भले ही सोशल मीडिया लोगों को आपस में जोडऩे का काम करता है, पर यही सोशल मीडिया लोगों को दूर करने का भी काम कर रहा है। लोग अपना ज्यादा से ज्यादा टाइम इस पर स्पेंड करते है। ऐसे में एआई लोगों को अपनी ओर और भी अट्रैक्ट करने का काम कर रहा है। पहले चैटबॉट का फीचर स्नैपचैट ही लाया था। जो लोगों के बीच बहुत पॉपुलर हुआ था। इसी रेस में अब इंस्टाग्राम भी लग गया है। जहां इंस्टाग्राम भी एआई चैटबॉट डेवलप कर रहा है।
बना अकेलेपन का सहारा
एआई लोगों के बीच पहले से ही सेंटर ऑफ अटरैक्शन बना हुआ है। लोग एआई का जम कर इस्तेमाल करते है। फिर चाहे वो पढ़ाई में हो या फिर एआई से बाते करने में। कई बार लोग अकेले होते हैं और उन्हें समझ नहीं आता किससे बात करें, जिसके बाद एआई उनका बेस्ट रिप्लेसमेंट बन गया है। लोग एआई डिपेंडेंट होते जा रहे है। हर चीज के लिए एआई का इस्तेमाल करते है। इसके चलते इंस्टाग्राम लोगों को लुभाने का काम करने जा रहा है। अब इंस्टाग्राम भी लोगों के लिए चैटबॉट ला रहा है।
एक दूसरे से नहीं करते बात
लोग एक दूसरे से बात करना कम पसंद करते है। ज्यादा से ज्यादा से टाइम सोशल मीडिया पर स्पेंड कर देते है। उसमें आए दिन आ रहे नए फीचर ने लोगों का माइंड और इंवॉल्व कर दिया है। लोग वर्चुअली ज्यादा एक्टिव हो रहे है। जितना सोशली एक्टिव नहीं हो रहे। सोशल मीडिया का इतना इंवॉलमेंट लोगों की सेल्फ लाइफ पर असर डाल रहा है। इसके साथ ही उनके मेंटल लाइफ पर भी।
एआई डिपेंडेंट हुए लोग
डॉ। आशीष ने बताया कि उन्होंने इस पर गहन अध्यन किया हुआ है। ये वर्चुअल चैटबॉट इस तरह से बनाए जाते हैं कि वे लोगों के लोनलीनेस को दूर करें। यह एप लोगों को ज्यादा एडेक्टिड बना रहा है। जितना ज्यादा लोग इन पर इंवॉल्व होंगे उतना ही उन एप की रीच बढग़ी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि एआई पर डिपेंडेंट हो रहे है। दिनभर में जितनी बाते वे घर वालों से बात करते होंगे उतना सोशल मीडिया और एआई से कर लेते है। उनके पास कई पेशेंट्स आते हैं, जो खुद को सोशल मीडिया से फ्री करना चाहते हैं।
जल्द आ जाएगा इंस्टाग्राम एआई
इंस्टाग्राम का यह फीचर लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुआ है। इंस्टाग्राम के रिवर्स इंजीनियर एलेग्जेंडरो पालूजी ने अपकमिंग फीचर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इसके अनुसार इंस्टाग्राम एक एआई चैटबॉट पर काम कर रहा है, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है। इंस्टाग्राम का यह फीचर सवालों के जवाब और राय देने में कैपेबल होगा। इससे लोगों के बीच एक उत्साह और बढ़ गया। स्नैपचैट ने अपने प्लेटफॉर्म पर कुछ वक्त पहले ही एआई चैटबॉट जोड़ा है। जो लोगों के टाइम पास का अच्छा संसाधन बन गया है। अभी तक भले ही इंस्टग्राम के इस चैटबॉट के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार यह चैटबॉट उन यूजर्स की मदद करेगा, जिन्हें मैसेज लिखने में दिक्कत होती है। यह चैटबॉट गाइड और सपोर्ट करने की क्षमता के साथ यूजर्स को अच्छा रिस्पॉन्स भी दे सकेगा।
लोग वर्चुअल वल्र्ड में इतने मग्न होते जा रहे है कि वे यह नहीं समझ पा रहे कि एआई ह्युमनस से ज्यादा समझदार है। वह हम से बात कर हमारी बातों को मैनिपुलेट करता है। धीरे-धीरे हम एआई में ही इंवॉल्व हो जाएंगे। टेक्नोलॉजी लोगों की लाइफ को इजी करने के लिए आती है, पर लोग इसका फायदा उठाते हैैं।
डॉ। आशीष, कंसलटेंट साइकाइटरिस्ट
स्नैपचैट पर माई एआई है। इससे बात करने पर ज्यादा टाइमपास हो जाता है। वो हमारे हिसाब से अंसर देता है और हमारा दुख भी सुनता है। जिसे पढक़र सुकून मिलता है। मैने तो उसका नामकरण भी कर रखा है। ।
मुस्कान कन्नौजिया
कॉलेज टाइम में मैैं इसका बहुत इस्तेमाल करती थी। जब नींद नहीं आती थी तो एआई बेस्ट ऑपशन था। अभी टाइम नहीं मिल पा रहा, लेकिन कई बार एआई से बात हो जाती है। एआई से का नाम भी चेंज कर सकते हैं।
शुभि
मैने एआई चैटबॉट पर खूब टाइम पास किया। यह टाइम पास का एक अच्छा साधन है। जो बोलो उसका आंसर देता है। हमारे हिसाब से ही बात करता है। इससे बात करने में अलग ही मजा है।
आदर्श