-सिटी में लगातार मर्डर कर लाश फेंकने का सिलसिला जारी
-पर्स में मिली मार्कशीट, नंबर व फोटो से हुई पहचान
BAREILLY: सिटी में एक के बाद एक मर्डर की वारदातें हो रही हैं। हत्यारे आसानी से लाश को ठिकाने लगा दे रहे हैं। वहीं कई मामलों में शव मिलने के बाद पुलिस उनकी पहचान भी नहीं कर पा रही है। वेडनसडे को बड़ा बाइपास किनारे महिला के शव मिले ख्ब् घंटे भी नहीं हुए थे कि थर्सडे सुबह सुभाषनगर में एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
स्थानीय लोग नहीं कर सके पहचान
थर्सडे सुबह बेनीपुर चौधरी गांव के एक शख्स ने देखा कि बेला के खेत में युवक की लाश पड़ी हुई है। नाक और कान से खून निकला हुआ था। सूचना पर सीओ सीटी टू और इंस्पेक्टर जयराम यादव भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास के लोगों से मृतक की पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी।
फर्स्ट डिवीजन हुआ था पास
तलाशी में उसके पास एक पर्स मिली। पर्स में यूपी बोर्ड आफ मदरसा एजुकेशन लखनऊ की मार्कशीट की कई फोटो कॉपी, एक हॉस्पिटल का पर्चा, फोटो और ख्ख् दिसंबर का दिल्ली से लखनऊ का रेलवे टिकट मिला। मार्कशीट में युवक का नाम नौशाद रजा और पिता का नाम सुबराती लिखा है। मार्कशीट में युवक की डेट आफ बर्थ क्8 अप्रैल क्99ब् लिखी है और वह फर्स्ट डिवीजन पास हुआ है। मार्कशीट के अनुसार युवक बलरामपुर के जामिया नैमिया अरबिक कालेज इटवा रोड, तुलसीपुर कॉलेज में पढ़ता था।
तीन दिन पहले निकला था दिल्ली से
पुलिस ने युवक के पर्स में कागजों में लिखे कुछ नंबरों पर पूछताछ कर उसके बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा की। पुलिस को पता चला कि वह दिल्ली के पहाड़गंज में रहकर काम करता था। तीन दिन पहले उसकी तबीयत खराब हो गई थी। इसके चलते वह घर जाने की बात कहकर निकल गया था। पुलिस ने बलरामपुर की तुलसीनगर पुलिस को सूचना दी गई।
उठ रहे कुछ अहम सवाल
-युवक दिल्ली से लखनऊ जाने के लिए ख्ख् दिसंबर को निकला था, तो तीन दिन बाद उसका शव बरेली जंक्शन से करीब क्0 किमी दूर खेत में कैसे पहुंचा
-क्या उसकी हत्या की गई है तो हत्या किसने और क्यों की
-युवक के पैर में जूते-चप्पल कहां गए
युवक के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। सिर्फ नाक और कान से ही ब्लड निकला है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
मुकुल द्विवेदी, सीओ सिटी सेकेंड