छह माह से संविदा कर्मियों को नहीं मिला मानदेय
शिकायत पर डीएम ने बिजली विभाग के एक्सईएन को लगायी फटकार
BAREILLY: सरकारी नौकर हो, नौकर की तरह ही पब्लिक के लिए काम करो। ऐसा कोई काम ना करो, जिससे शर्मसार होना पड़े। बुधवार को डीएम ने बिजली विभाग के सीनियर अधिकारियों को कुछ इस तरह नसीहत दिया।
बिजली विभाग संविदा कर्मियों को छह महीने से एक्सईएन मानदेय नहीं दे रहे हैं। मानदेय मांगने पर संविदाकर्मियों को एक्सईएन कुछ न कुछ बहाना बनाकर टरका दे रहे थे, लिहाजा एक्सईएन के रवैया से आजिज आकर कर्मचारियों ने डीएम से शिकायत किया था। इसी क्रम में डीएम ने वेडनसडे को एक्सईएन व कर्मचारियों को बुला लिया। ताज्जुब की बात यह रही कि एक्सईएन डीएम को भी पहाड़ा पढ़ाने लगे, इस बात से डीएम का गुस्सा बढ़ गया। जब डीएम ने फटकार भरी नसीहत अधिकारियों को दिया तो उन्होंने तत्काल मानदेय देने के लिए हां कर दिया।
क्ख् कर्मियों को मानदेय सिर्फ कागजों में
सुभाषनगर निवासी राजेंद्र कुमार सक्सेना रामपुर गार्डन स्थित नया बिजली घर में संविदापर तैनात हैं। राजेंद्र कुमार सक्सेना ने ख्क् अक्टूबर को डीएम से शिकायत किया था कि बिजली विभाग के अधिकारी बड़ा गुल खिला रहे हैं। अधिकारियों ने म् महीने तक का हजारों रुपये मानदेय संविदाकर्मियों को नहीं दिया है। यही नहीं प्रत्येक बिजली घर पर कागजों में ही क्म् कर्मचारी काम कर रहे हैं। जबकि, असल में दो ही संविदाकर्मी ही काम करते हैं। शेष क्ब् कर्मचारियों की मानदेय में घालमेल किया जा रहा है। यही नहीं संविदाकर्मियों को क्ख् हजार मानदेय की जगह ढाई हजार रुपया ही दिया जाता है, वह भी नकद ताकि, उनकी कारगुजारी पकड़ी न जा सके। जबकि, मानदेय बैंक खाते में भेजा जाना चाहिए। जब उन्होंने इसकी शिकायत विभाग के उच्चाधिकारियों से किया तो उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दी गयी। राजेंद्र ने डीएम को तीन बार प्रार्थना पत्र दिया और सीएम से भी शिकायत किया है।