दिखे छोलिया के करतब

उत्तरायणी मेले के स्टेज पर सुबह से शाम तक पहाड़ के ही रंग बिखरते रहे। इनमें छोलिया की प्रस्तुति में पिथौरागढ़ से आई भीम राव की टीम के अलावा देहरादून की संगम कला केंद्र, खटीमा की परिवर्तन सेवा समिति, लोहाघाट की कुमाऊं लोक संस्कृ ति की टीम ने भी जोश भरा। इसके अलावा पहाड़ के फोक सिंगर्स ने भी लोगों का दिल जीत लिया। इनमें पहले दिन पुष्कर महर, गौरव विष्ट, नीतू जौहरी के गानों को लोगों ने काफी पसंद किया। मेले के पहले दिन ज्वाइंट इनकम टैक्स कमिश्नर अनिल कुमार पांडेय ने स्मारिका का विमोचन भी किया। सम्मान समारोह में लघु उद्योग राज्य मंत्री भगवत शरण गंगवार ने विशिष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया। इवनिंग में हुए कल्चरल प्रोग्राम्स का इनॉग्रेशन संतोष गंगवार ने किया।

'सिंगौड़ी' की मिठास और 'मडुए' की नमकीन

सिंगौड़ी की मिठास, बुरांश की महक, मेथी के लड्डू, मडुए की नमकीन, नैनीताल के अचार, अल्मोड़ा की जड़ी-बूटी अब तो आप समझ ही गए होंगे हम बात कर रहे हैं देवभूमि उत्तराखंड की। हो भी क्यों ना, जब बात उत्तराखंड के सबसे बड़े पर्व उत्तरायणी में केवल एक दिन ही बाकी है। इससे पहले ही सिटी में देवभूमि की झलक दिखने लगी है। बरेली क्लब ग्राउंड में उत्तरायणी मेला जो शुरू हो गया है। मेले में फूड प्लाजा से लेकर शॉपिंग तक के कई ऑप्शन तक सब कुछ मौजूद है।

ग्राउंड में गढ़वाल और कुमाऊं

बरेली क्लब ग्राउंड में सजे उत्तरायणी मेले में गढ़वाल और कुमाऊं दोनों एक साथ नजर आए। यहां कुमाऊं का अचार, सिंगौड़ी, बाल मिठाई थी तो गढ़वाल की दाल, मसाले भी दिखाई दिए। मेले में कश्मीर से आई शॉल, कौसानी का हैंडलूम वर्क बरेलियंस को काफी पसंद आया। इसके अलावा मेले में जयपुर के चूरन, कोलकाता का काथा वर्क, देहरादून की खादी, रुद्रपुर के मसाले खास हैं। क श्मीर की कढ़ाई से सजे कुर्ते, स्वेटर, कैप्स तो सभी को अट्रैक्ट करते रहे।

फूड प्लाजा में जमी भीड़

मेले में फूड प्लाजा एक  अलग ही कॉर्नर में लगाया गया है। यहां राजस्थानी जायके के साथ चाइनीज फूड का लुत्फ उठाया जा सकता है। राजस्थानी कचौड़ी, दाल-बाटी चूरमा का स्वाद खास है तो चाट और गोलगप्पे का स्वाद भी कम चटपटा नहीं है। चाऊमीन, मोमोज के स्टॉल पर भी काफी भीड़ नजर आ रही है। चना जोर गरम, भेल पूरी के स्टॉल्स तो पूरे मेले में ही बिखरे हुए हैं।

इट्स फैमिली फे यर

यह तो वास्तव में फैमिली फे यर है। यहां लेडीज के लिए ज्वैलरी से लेकर ड्रेसेज तक सब कुछ मौजूद है। तो जेंट्स के लिए भी खादी के स्पेशल स्टॉल्स मौजूद हैं। यहां सदरी, कुर्ते, शट्र्स की खास रेंज मिल रही है। बच्चों का तो कहना ही क्या, उनके लिए तो यहां झूले से लेकर खिलौने तक सब खास हैं। यहां भदोही के कालीन से हैंडलूम के परदे भी मिल रहे हैं। यहां सिटी के डिफरेंट कॉलेज, बैंक के स्टॉल भी लगाए गए हैं।