5 से 6 पेशेंट हर महीने

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हर मंथ करीब 5-7 पेशेंट सांप काटने की वजह से एडमिट होते हैं। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को ऐसे मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था रखनी चाहिए। लेकिन यहां तो हाल ही जुदा है। डॉक्टर्स की मानें तो अगर किसी व्यक्ति को कोई जहरीला सांप काटता है तो उसके इलाज के लिए 20-25 एंटी स्नेक वेनम की जरूरत पड़ती है। हैरानी की बात तो यह है कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में अब महज 4-5 एंटी स्नेक वेनम ही बचे हैं, जिसे लखनऊ से आने में कुछ वक्त तो लग ही जाएगा।

 

नहीं है वेंटिलेटर

इलाज में वेंटिलेटर भी काफी महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर्स के अनुसार सांप काटे पेशेंट की कभी-कभी सांस उखडऩे लगती है। ऐसे में वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है। लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में वेंटिलेटर की व्यवस्था ही नहीं है। वहीं ज्यादा सीरियस कंडीशन में पेशेंट्स का ब्लड, पानी का रूप लेने लगता है। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में

ब्लड बैंक तक का प्रबंध नहीं है।

अगर किसी व्यक्ति को जहरीला सांप काटता है तो उसके इलाज में 20 से 25 एंटी स्नेक वेनम की जरूरत पड़ सकती है। एंटी स्नेक वेनम पाउडर और लाइफोलाइज्ड दो तरह का होता है। फिलहाल हॉस्पिटल में एंटी स्नेक वेनम की कमी हो गई है। यह जानकारी मैंने हॉस्पिटल के अधिकारियों को दे दी है।

-डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, फिजीशियन, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल