- वर्ल्ड यूथ सम्मिट में 63 देश के युवा प्रतिनिधियों ने किया था शिरकत
- श्रद्धा ने किया था देश का प्रतिनिधित्व
BAREILLY: बरेली की छात्रा ने अपनी मेधा, विद्वता और बेबाकी की बदौलत विश्व पटल पर यूथ सम्मिट में अमिट छाप छोड़ी है। सम्मिट में भारत समेत पूरे विश्व के पांच दर्जन से भी ज्यादा देश के युवा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। सभी ने किसी न किसी सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से अपना पक्ष रखा। बरेली कॉलेज की छात्रा श्रद्धा सक्सेना ने अपनी दमदार परफॉर्मेस और कम्यूनिकेशंस स्किल्स के जरिए सम्मिट में उपस्थित देश-विदेश के प्रतिनिधियों और एक्सपर्ट्स का दिल जीत लिया। यही नहीं उन्हें स्पेशल रिकगनिशन भी मिली। अपनी इस अचीवमेंट से श्रद्धा ने न केवल बरेली बल्कि पूरे देश का नाम रौशन ि1कया है।
एशिया में पहली बार ऑर्गनाइज हुआ सम्मिट
मणिपुर में ख्9 मार्च से ख् अप्रैल तक वर्ल्ड यूथ सम्मिट ख्0क्भ् ऑर्गनाइज किया गया था। सेंट्रल व मणिपुर गवर्नमेंट के सहयोग से क्लब ख्भ् इंटरनेशनल मणिपुर और इंटरनेशनल यूथ कमिशन ने एशिया में पहली बार यह सम्मिट ऑर्गनाइज किया था। जिसमें थाइलैंड, रूस, जिम्बाब्वे, भारत समेत म्फ् देशों के युवा प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया था। हर देश से एक युवा ने प्रतिनिधित्व किया। भारत से बीसीबी की एलएलबी सेकेंड ईयर की स्टूडेंट श्रद्धा सक्सेना ने पार्टिसिपेट ि1कया था।
विश्व पटल पर ज्वलंत मुद्दे को उठाया
इस बार सम्मिट की मेन थीम यूथ फॉर ग्लोबल एम्पॉवरमेंट रखी गई थी। जिसके अंतर्गत सामाजिक, पर्यावरण से संबंधित, कल्चर समेत 7 थीम को फोकस कर प्रतिनिधियों को अपना पक्ष रखना था। श्रद्धा ने वर्तमान में देश का ज्वलंत मुद्दा सेक्सुअल हैरेसमेंट पर अपनी बात प्रमुखता से रखी। उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन से लड़कियों और महिलाओं की पीड़ा को व्यक्त तो किया ही साथ ही इस पर लगाम लगाने के लिए सुझाव भी दिए। सम्मिट में शिरकत करने वाले प्रतिनिधि और एक्सपर्ट्स उनकी इसी प्रेजेंटेशन के कायल हो गए।
बेस्ट डेलीगेट से नवाजा गया
ग्लोबल सम्मिट में श्रद्धा के प्रेजेंटेशन और सोवनेयर की प्रस्तुति को खूब सराहा गया। सभी को छकाते हुए उन्हें बेस्ट डेलीगेट से नवाजा गया। उनकी इस उपलब्धि ने मणिपुर विधानसभा के स्पीकर को भी प्रभावित किया। उन्होंने श्रद्धा को इनवाइट किया और स्पेशल रिकगनीशन भी दी। श्रद्धा ने बताया कि इस सम्मिट में प्रतिभाग करना इतना आसान नहीं था। प्रतिभाग करने से पहले उसने अपना राइट अप भेजा था। उसके बाद इंटरनेट पर उसका इंटरव्यू लिया गया। पूरे देश में सिर्फ उसे ही भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सिलेक्ट किया गया। सम्मिट में अपना पक्ष रखने के लिए उन्होंने काफी तैयारी की थी। कई आर्टिकल्स के जरिए मौजूदा हालात को बारीकियों को जाना। श्रद्धा एनसीसी की सीनियर अंडर ऑफिसर भी रह चुकी हैं।