Condom की sale लाखों में फिर भी control नहीं
कई सोशल एसोसिएशन और गवर्नमेंट के लगातार कैंपेन चलाने के बाद लोग जागरूक तो हुए हैं, मगर ये अवेयरनेस जनसंख्या को लेकर नहीं है। एचआईवी के डर की वजह से है। यही वजह है कि शहर में हर महीने लाखों की संख्या में कंडोम की सेल होने के बाद भी जनसंख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही है। 2001 जनगणना में बरेली की पॉपुलेशन 35,98,701 थी जो 2011 में बढ़कर 44,65,344 हो गई।
बढ़ा growth rate
बढ़ती पॉपुलेशन के साथ एरिया नहीं बढ़ रहा है। आए दिन रोड पर हो रहे एक्सीडेंट्स और बढ़ती मंहगाई भी बढ़ती पॉपुलेशन के साइड इफेक्ट्स हैं। बरेली की आबोहवा भी इसी रेशियों में दूषित हो रही है। वाटर क्राइसिस और ट्रैफिक डिस्टर्बेंस बढ़ रहा है। खास बात ये है कि 2001 के सेंसेक्स में पॉपुलेशन ग्रोथ रेट 26.96 की थी वहीं अब यह रेट बढ़कर 27.66 परसेंट हो गया है।
घर के चिराग की चाह है समस्या
पॉपुलेशन बढऩे के पीछे लड़के की चाह एक बढ़ा कारण है। भारतीय समाजशास्त्र एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेश मिश्र कहते हैं कि ये कहानी लगभग हर परिवार की है। एक लड़के की चाह में लड़कियों की लाइन लगा दी जाती है। जबकि लोगों को अब ये समझना चाहिए कि लड़की और लड़के में कोई फर्क नहीं है। वे भी हर फील्ड में परिवार का नाम रोशन कर रही हैं।
Actual में ज्यादा है आबादी
हमारे समाज में हर तरह की भ्रांतियां मौजूद हैं। आज भी लोग जनगणना के समय सही जानकारियां देने से बचते हैं। इस वजह से जनगणना के आंकड़ों पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं किया जा सकता। जानकारों की मानें तो सरकारी रिपोट्र्स से भी कहीं ज्यादा है शहर की पॉपुलेशन.
मनाएंगे पखवाड़ा
डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाने की तैयारी की है। ये पखवाड़ा 11 जुलाई से शुरू होकर 24 जुलाई तक चलेगा। डॉ। एके त्यागी ने बताया कि सभी चिकित्सा इकाईयों पर फैमिली वेलफेयर कैंप लगाए जाएंगे। काउंसलिंग के लिए कैंप भी लगाए जायेंगे। उन्होंने बताया कि इस पखवाड़ा का नाम 'खुशहाली का आधार, छोटा परिवारÓ रखा गया है। इस पखवाड़े में बेहतर आउटपुट देने वाले कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जायेगा.
आंकड़ों में जनसंख्या
Census 2001 Census 2011
Total population 35,98,701 44,65,344
Male population 19,22,833 23,71,454
Female population 16, 75,868 20,93,890
Increase % age 26.96 27.66
Density sq kilometer 873 1084
Sex ratio/1000 872 883