बरेली(ब्यूरो)। महाराणा प्रताप संयुक्त मंडलीय चिकित्सालय में मंडे को सीडीओ ने किया निरीक्षण। दरअसल सीडीओ अस्पताल की दो बिल्डिंगो के बीच दो करोड़ 92 लाख की लागत से बनाए जा रहे फुट ओवर ब्रिज का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने इजीनियर को नगर निगम की लिफ्ट से सबक लेने की बात भी कही। इस दौरान समय निकालकर उन्होंने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। जहां उन्होंने व्यवस्थाओं को और भी दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
लिफ्ट की बढ़ाएं क्षमता
बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से अस्पताल की दोनों बिल्डिंगो के बीच आवाजाही को आसान करने के लिए बनाए जा रहे फुट ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस लिफ्ट का हाल कहीं निगम की नई बिल्डिंग में लगी लिफ्ट की तरह न हो जाए। दरअसल कुछ दिनों पहले निगम स्थित आईसीसीसी का निरीक्षण करने गई कमिश्नर व अन्य अधिकारियों को लिफ्ट खराब होने के कारण परेशानी उठानी पड़ी थी। जिसके बाद स्मार्ट सिटी की काफी फजीहत हुई थी। उसी को देखते हुए सीडीओ ने फुट ओवर ब्रिज में लगाई जाने वाली लिफ्ट की कैपेसिटी बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। कार्य की धीमी गति को लेकर इंजीनियर ने केबल के देर में हटने व अन्य कारणों की बात कही। इस पर सीडीओ ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिससे पब्लिक को परेशानी से जल्द आराम मिल सके।
30 जून तक पूरा करना है काम
फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कर रही कंपनी को इसका कार्य 30 जून तक कंप्लीट करना था। लेकिन कभी केबिल तो कभी अन्य कारणों की वजह से कार्य में देरी होती रही। कुछ दिनों पहले ही आवरब्रिज के दोनों छोर को कनेक्ट करने के लिए इस पर गार्डर रखे गए थे। ओवर ब्रिज पर सीढ़ीयों का कार्य चल रहा हैैं। सीडीओ जग प्रकाश के निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त सुनील कुमार यादव, एई सुशील कुमार सक्सेना व अन्य
टेक्निकल टीम मौजूद रही।
पेशेंट्स का जाना हाल
सीडीओ ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों से अस्पताल से मिलने वाली सुविधाओं के बारे पूछा, जिस पर पेशेंट्स ने व्यवस्थाएं ठीक होने की बात कही। इस दौरान वार्ड के दो बेड पर मॉनिटर नहीं थे। जिस पर इंचार्ज ने बताया कि सभी पेशेंट्स को मॉनिटर वाले बेड की जरूरत नहीं होती है इसलिए नौ बेड पर ही मॉनिटर हैं।
नहीं पता ब्लड यूनिट
सीडीओ ब्लड बैंक पहुंचे जहां उन्होंने स्टाफ से ब्लड यूनिट की उपलब्धता के बारे में पूछा, जिसका स्टाफ कोई जवाब नहीं दे पाया। इस पर सीडीओ अलमारी पर चस्पा शीट को देखने लगे। आनन-फानन में ऑपरेटर रीजस्टर लेकर पहुंचा, जिस पर सीडीओ ने नाराजगी जाहिर की। मौके पर मौजूद ब्लड बैंक प्रभारी डॉ। यूबी सिंह को डाटा की सिस्टम पर रेगुलर फीडिंग करने के निर्देश दिए। डॉ। यूबी ने कहा कि इस पर आगे से ध्यान दिया जाएगा। साथ ही डॉ। यूबी ने कहा कि खपत के सापेक्ष डोनेशन कम होता है। जरुरतमंद मरीजों को बिना डोनर के ही ब्लड देना पड़ता है। इसके साथ ही अस्पताल के अन्य वार्डो का निरीक्षण किया गया, जिससे स्थिति संतुष्ट मिली।