-राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड पर मुखिया के तौर पर होंगी दर्ज, सुझाव पर नहीं आई कोई आपत्ति

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BAREILLY: पुरुष नहीं अब घर की मुखिया महिलाएं होंगीचौंकिए मत, आपने बिल्कुल सही पढ़ा है। घर-गृहस्थी की कमान संभालने वाली महिलाओं का नाम अब राशन कार्ड में सबसे ऊपर मुखिया के तौर लिखा होगा। राशन कार्ड में होने वाले इस बड़े बदलाव को लोगों का ग्रीन सिग्नल भी मिलने लगा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत हो रही इस पहल पर शासन की तरफ से मांगी गई आपत्तियों पर किसी ने भी सवाल नहीं उठाया है। ऐसे में नए फॉर्मेट में राशन कार्ड जारी करने को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। संभवत: साल के अंत तक नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। ये नई व्यवस्था पूरे देश में लागू की जाएगी। ऑफिसर्स और सिटी की महिलाएं इस बदलाव को महिलाओं के सशक्तिकरण पर एक अनोखी पहल मान रही हैं।

फ्क् अगस्त तक मांगी थी ऑनलाइन आपत्ति

जुलाई में शासन की ओर से इस अनूठी पहल को शुरू करने के संबंध में जिलाधिकारी से सुझाव और आपत्तियां मांगी गर्ई थी। डीएम के निर्देश के बाद डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस ने आम लोगों से भी फ्क् अगस्त तक ऑनलाइन आपत्तियां जमा करने को कहा था। हालांकि, बरेली में इस पहल पर एक भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई। इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। तीन-चार दिन में शासन से इस पर सुझाव आ जाएंगे, उसके बाद आगे की कवायद की जाएगी।

कई बदलावों से गुजर रहा राशन कार्ड

डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस द्वारा कुछ महीने पहले कार्ड होल्डर्स से मैनुअल हाथ से लिखे राशन कार्ड जमा करवा लिए गए थे ताकि पुराने कार्ड की जगह लोगों को नए फॉर्मेट में कम्प्यूटराइज्ड कार्ड जारी हो सकें। इसके लिए कार्ड होल्डर्स के नेम, एड्रेस, मेंबर्स की संख्या सहित तमाम जानकारी सॉफ्टवेयर में फीड भी कर ली गयी थी। मगर एक बार फिर राशन कार्ड में बड़े लेवल पर किए जा रहे बदलाव के कारण नए राशन कार्ड लोगों को जारी नहीं किए जा रहे हैं।

मुखिया बनने की उम्र क्8 साल

ऑफिसर्स महिला मुखिया नाम से राशन कार्ड दिसम्बर तक जारी होने की उम्मीद जता रहे हैं। दिसम्बर लास्ट तक नए फॉर्मेट में राशन कार्ड लागू हो जाएगा। राशन कार्ड में महिला मुखिया बनने के लिए कम से कम एज क्8 साल होनी चाहिए। क्8 साल से नीचे उम्र होने पर राशन कार्ड परिवार के सबसे बड़े पुरुष सदस्य केनाम पर जारी किया जाएगा।

बदलाव से महिलाएं गदगद

शासन की तरफ से शुरू की गई इस अनूठी पहल को शहर की महिलाएं काफी सराह रही हैं। वे इसे एक बड़े समाजिक बदलाव के तौर पर मान रही हैं। महिलाओं का कहना है कि उनके नाम से राशन कार्ड जारी होने से हर क्षेत्र में महिलाओं की प्रगति के लिए एक नया रास्ता खुलेगा। प्रोफेशनल लेवल पर भी बेहतर माहौल बनाने का ये काफी कारगर तरीका है। सिटी की हेमा सक्सेना ने बताया कि इससे महिलाओं को एक नई पहचान मिलेगी। उनकी भागीदारी भी समाज में बढे़गी।

बरेली में जुड़े तथ्य

कार्ड होल्डर - संख्या

एपीएल - म्,म्0,000

बीपीएल - क्,म्0,9ख्ख्

अंत्योदय - 99,म्87

अतिरिक्त बीपीएल - फ्8,ख्भ्ख्

कोट्स

महिलाओं के नाम पर राशन कार्ड जारी करने की तैयारी चल रही है। राशन कार्ड में नए बदलाव के लिए आपत्तियां मांगी गई थीं।

केएल तिवारी, डीएसओ, बरेली

इसे महिलाओं के सशक्तिकरण के रूप में देख रही हूं। इस व्यवस्था से वेरीफिकेशन जैसे कामों के लिए दिक्कत नहीं होगी। इसके पहले किसी काम के लिए घर के मुखिया को साथ ले जाना पड़ता था।

हरिंदर कौर चड्ढा, एडवोकेट