1090 की टीम पहुंची पुलिस लाइन बरेली

महिलाओं को दी हेल्पलाइन की पूरी डिटेल

BAREILLY: महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन ने यूं तो कई सारे हेल्पलाइन नम्बर्स जारी किए हैं, लेकिन क्090 हेल्पलाइन नहीं वीमेन की पॉवर है। यह कहना था क्090 के यूपी टीम इंचार्ज कुंवर राघवेंद्र सिंह का। उन्होंने बताया कि देश में क्राइम अगेंस्ट वीमेन के ग्राफ पर लगाम कसना ही इसका एकमात्र मकसद है। गौरतलब है कि महिलाओं को उनकी सुरक्षा के लिए अवेयर करने के उद्देश्य से क्090 की टीम ट्यूजडे को बरेली पुलिस लाइन पहुंची। यहां पुलिस के आला अधिकारियों के साथ टीम ने क्090 की जरूरत और महिलाओं को इसको हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की सलाह दी। इस मौके पर क्090 टीम इंचार्ज समेत पुलिस कॉउंसलर सत्यवीर सचान, महिला कॉउंसलर अर्चना और शिवानी सिंह मौजूद रहीं।

आशिकों को शर्म से मारते हैं

कुंवर राघवेंद्र का मानना है कि राह चलते छेड़खानी करने वाले अपराधी नहीं होते बल्कि पल भर की मौज मस्ती और तफरी करते हैं इसलिए इन्हें सजा देने के बजाय शर्मिदा कर पछतावा कराया जाता है। इसके लिए हैरसमेंट का शिकार वीमेन की ओर से क्090 डॉयल करते ही महिला पुलिसकर्मी कंप्लेन दर्ज कर कॉउंसलिंग रूम में ट्रांसफर कर देती है। कॉउंसलिंग में पुरुष कॉउंसलर्स आरोपी को डराना, धमकाना, करियर बर्बाद होने की धमकी जैसे तरीके अपनाते हैं। इसके बाद शुरू होता है फीडबैक का सिलसिला जो कि तीन चरणों में पूरा होता है। पहला चरण ब्8 घंटे के भीतर, दूसरा क्भ् और तीसरा फ्0 दिन के बाद होता है। फीडबैक में महिला से दर्ज कंप्लेन के सॉल्यूशन के बारे में पूछा जाता है। सभी चरणों में जबाव हां होता है तो हैरसमेंट की शिकार महिला को आईडी नंबर प्रोवाइड कर केस क्लोज कर दिया जाता है, लेकिन जवाब ना होता है, तो आरोपी के फ्रेंड्स और पेरेंट्स को फोन के जरिए उसकी करतूत की जानकारी देकर शर्मिदगी का एहसास कराया जाता है।

साइबर क्राइम से बचें

प्रेजेंट में महिलाओं के हैरसमेंट का सबसे बड़ा साधन मोबाइल रिचार्ज, फेसबुक और वाट्सएप बन गया है। अधिकारियों के अनुसार ग‌र्ल्स किसी पेपर पर नंबर नोट कर या बोलकर फोन रिचार्ज करवाती हैं। इससे मजनुओं को नंबर हासिल करना आसान होता है। वहीं फेसबुक प्रोफाइल पर नए फ्रेंड्स बनाने की होड़ भी सेक्सुअल हैरसमेंट को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे बचने के लिए अपनी प्रोफाइल पिक का इस्तेमाल ना करें और ना ही अननोन फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करें। क्090 मीटिंग में अधिकारियों ने स्वीकारा कि महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को रोकने में फैमिली को आगे आना होगा। इसके लिए वह घर पर ही बेटियों की कॉउंसलिंग करें। उन्हें हैरसमेंट के सभी पहलुओं से रूबरू कराएं। मजबूत बनाने की कोशिश करें ताकि वह कहीं भी रहें, अपने को सेफ रख सकें। उनमें 'से नो टू नॉनसेंस' का हौंसला भरें।

वैरिफिकेशन में फेल हुई क्090

क्090 सर्विस की एक्टिव होने का दावा मौके पर ही फेल हो गया। वीमेन पॉवर नंबर के बारे में जानकारी देने के बाद अधिकारियों ने मौजूद महिलाओं से सवाल और सुझाव मांगे। इस पर मौजूद महिला ने नंबर मिलाने पर कॉल रिसीव ना होने की बात कही। इस पर टीम इंचार्ज ने महिला से तुरंत फोन करने को कहा। महिला ने फोन किया तो फोन तो बजता रहा पर कॉल रिसीव नहीं हुई। इस पर झल्लाए अधिकारियों ने बताया कि दूसरी कॉल पर बिजी होने पर ऐसा हो जाता है। फ्री होने पर कॉउंसलर्स फोन जरूर रिसीव करते हैं।

क्या है क्090 सर्विस

अनएक्सपेक्टेड फोन कॉल्स, वल्गर कमेंट्स और हैरसमेंट की शिकार महिलाएं इस नंबर पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कर सकती हैं। इस सेवा की खास बाते हैं

- वन स्टेट वन नंबर क्090

- विक्टिम की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

- किसी भी थाने या पुलिस कार्यालय में नहीं बुलाया जाएगा।

- कॉल महिला पुलिसकर्मी ही रिसीव करेंगी।

- समस्या के समाधान तक कॉल सेंटर विक्टिम के संपर्क में रहेगा।