अब मेयर के हॉस्पिटल में महिला मरीज की मौत

सांस की तकलीफ थी महिला को, इंजेक्शन लगाने के 5 मिनट बाद मौत

महिला के बेटे की सूचना पर पहुंचे लोग, हॉस्पिटल में की तोड़फोड़

हंगामे पर कोतवाली पुलिस पहुंची, इलाज में लापरवाही की शिकायत

BAREILLY:

शहर के निजी हॉस्पिटल्स में मरीजों के दम तोड़ने के बाद होने वाले हंगामों की फेहरिश्त में मेयर के हॉस्पिटल का नाम भी जुड़ गया है। शहर के मेयर डॉ। आईएस तोमर के रामपुर गार्डन स्थित धंवतंरी तोमर हॉस्पिटल में वेडनसडे को एक महिला मरीज की मौत हो गई। महिला को ईएमओ की निगरानी में एक इंजेक्शन लगाया गया। इसके कुछ देर बाद ही महिला की हालत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई। महिला की मौत की खबर पाकर बदहवास परिजन हॉस्पिटल दौड़े आए। परिजनों संग आए लोगों ने हॉस्पिटल में हंगामा शुरू कर दिया।

सांस की थ्ाी तकलीफ

सैलानी की रहने वाली भ्ब् वर्षीय चन्दा जाफर की कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। ट्यूजडे रात को परिजनों ने गांधी उद्यान के पास स्थित बैजल हॉस्पिटल में चन्दा जाफर को एडमिट कराया। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर्स ने महिला को सांस की तकलीफ होना बताया और उन्हें किसी और हॉस्पिटल में एडमिट कराने की सलाह दी। वेडनसडे सुबह करीब 9.ब्भ् बजे महिला अपने बेटे निशाद अली के साथ धंवंतरी तोमर हॉस्पिटल पहुंची। परिजनों का कहना है कि इस दौरान उनकी हालत ठीक थी, बिना सहारे या तकलीफ के वह हॉस्पिटल तक आई थी।

भ् मिनट बाद हो गई मौत

हॉस्पिटल में आने के बाद ही महिला को सांस की तकलीफ बढ़ गई। इस पर हॉस्पिटल के डॉ। अजय खन्ना व एक ईएमओ ने महिला का ब्लड प्रेशर चेक किया और उन्हें एक इंजेक्शन लगाया। इस दौरान महिला के बेटे को मरीज का कार्ड व अन्य डॉक्यूमेंट्स बनाने के लिए कहा गया। परिजनों ने बताया कि इंजेक्शन लगने के भ् मिनट बाद ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टर्स ने मरीज को संभालने की कोशिश की, लेकिन मौत हो गई। मां की मौत के बाद बेटा बदहवास होकर ि1गर पड़ा।

हॉस्पिटल में हुई ताेड़फोड़

महिला की मौत होने की खबर मिलते ही परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। परिजनों ने हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और बदहवास पड़े महिला के बेटे को संभाला। इतने में परिजनों संग आए दो लोगों ने हॉस्पिटल के अंदर दवा केन्द्र के अंदर तोड़फोड़ शुरू कर दी। हंगामे की सूचना मिलते ही कोतवाली इंस्पेक्टर शक्ति सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया। पुलिस ने परिजनों को लिखित में शिकायत देने को कहा। जिसके बाद शांत हुए परिजन महिला की डेडबॉडी लेकर लौट गए।

महिला का एक दिन पहले एक अन्य हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। सुबह महिला को ईएमओ ने तुरंत अटेंड किया और इंजेक्शन लगाया। महिला का मरीज कार्ड भी न बना था कि उसकी मौत हो गई। परिजनों संग आए लोगों ने हॉस्पिटल में तोड़ फोड़ शुरू कर दी और स्टाफ के साथ बद्तमीजी की। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर