फर्जी लाइसेंस केस में पुलिस जांच में निकलकर सामने आयी बात
<फर्जी लाइसेंस केस में पुलिस जांच में निकलकर सामने आयी बात
BAREILLY:
BAREILLY: पीलीभीत के बीसलपुर के रहने वाले क्फ् लोगों के फर्जी शस्त्र लाइसेंस बरेली में बनने के केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे कई फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। इस केस में दो लाइसेंस के बारादरी थाना में बिना एंट्री के ही कई साल तक रिन्यूवल होते रहे। इस केस में वादी इरशाद खां कुछ दिन पहले ही फर्जी लाइसेंस बनवाने में भुता थाना से जेल जा चुका है।
बारादरी के एड्रेस पर चार लाइसेंस
क्फ् लोगों में से ब् लोग जलालुद्दीन, मशीयार, आबिद और रईससुद्दीन के शस्त्र लाइसेंस बारादरी के एड्रेस पर बने थे। पुलिस जांच में आया कि आबिद और रईस का थाना का असलहा रजिस्टर में रिकार्ड मिला लेकिन जलालुद्ीन और मशीयार का कोई रिकार्ड नहीं मिला। इसका मतलब साफ है कि दोनों का लाइसेंस क्भ् साल से फर्जी तरीके से रिन्यूवल भी हो रहा था। कोतवाली में इरशाद ने क्फ् लोगों के खिलाफ क्ब् फरवरी को फर्जी लाइसेंस बनवाने की एफआईआर दर्ज करायी थी। इससे पहले केस पुलिस अधिकारियों के पास गया था।