- ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म सिस्टम की सबसे बड़ी गड़बड़ी

- जिनका एडमिशन नहीं वे भी भर रहे हैं रेगुलर एग्जाम फॉर्म

BAREILLY: स्टूडेंट का एडमिशन न हुआ हो और उसका रेगुलर एग्जाम फॉर्म भर जाए, यह कारनामा केवल आरयू ही कर सकता है। ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म भरने की सबसे बड़ी खामी उजागर हुई है। सिस्टम में ऐसी खामियों को पकड़ने की व्यवस्था ही नहीं है। कॉलेजेज में ऐसे स्टूडेंट्स भी रेगुलर एग्जाम फॉर्म जमा करने आ रहे हैं जिनका किसी भी सब्जेक्ट में एडमिशन नहीं हुआ है। लेकिन उनका ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म रेगुलर स्टूडेंट्स के रूप में एक्सेप्ट हो जा रहा है। स्टूडेंट्स बाकायदा फॉर्म का प्रिंटआउट लेकर कॉलेज में जमा करने पहुंच रहे हैं। लेकिन कॉलेज उनका फॉर्म यह कहकर वापस कर दे रहे हैं कि वे प्राइवेट फॉर्म ही भर सकते हैं।

बीसीबी पहुंच रहे हैं स्टूडेंट्स

बीसीबी में ऐसे तमाम स्टूडेंट्स फॉर्म लेकर पहुंच रहे हैं। वेडनसडे को भी एक स्टूडेंट चमन देवी की कोई रिश्तेदार फॉर्म जमा करने पहुंचा। चमन ने बीए बीसीबी से ही किया था। लेकिन इस वर्ष उसका एमए में एडमिशन नहीं हुआ। उसने एमए संस्कृत के लिए ऑनलाइन रेगुलर फॉर्म भरा तो वह अक्सेप्ट हो गया और पूरा प्रोसीजर कंप्लीट होने के बाद प्रिंटआउट भी निकल आया। जब उसके रिश्तेदार फॉर्म जमा करने आए तब मामला खुला।

टेक्निकल फॉल्ट से स्टूडेंट्स परेशान

ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म के सिस्टम से स्टूडेंट्स काफी परेशान हैं। स्टूडेंट्स प्राइवेट के लिए लॉगइन करते हैं तो उनका फॉर्म रेगुलर में असेप्ट हो जा रहा है। वहीं कई स्टूडेंट्स प्राइवेट के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं तो सीट फुल बताकर रिजेक्ट हो जा रहा है। प्राइवेट फॉर्म को लेकर वेबसाइट पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हुई है। बावजूद इसके आरयू स्टूडेंट्स को सही इंफॉर्मेशन नहीं दे रहा है।