- वोटरों के रिझाने के लिए सबसे बड़ा हथियार बन रही शराब, कच्ची से लेकर हरियाणा-चंडीगढ़ मार्का की बढ़ी डिमांड
- थाना क्षेत्रों में बहेड़ी तो सर्किल में आंवला क्षेत्र में हुई रिकॉर्ड कार्रवाई, 500 से ज्यादा आए मामले
-जंगल और खंडहरों में तस्करों ने जमाई भट्टियां, दस हजार लीटर से ज्यादा पकड़ी जा चुकी अवैध शराब
बरेली। होली से पहले आचार संहिता लगने के बाद अब चुनाव प्रत्याशी भी जोरशोर के साथ वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं। हालांकि प्रत्याशियों की जोड़गांठ साल के पहले हफ्ते से ही शुरू हो गई थी। ऐसे में गांव वालों का वोट अपने पाले में लाने के लिए शराब उनके लिए एक बड़ा हथियार साबित हो रही है। गांव के हर वर्ग के लिए प्रत्याशियों ने खाने पीने के इंतजाम कर लिए हैं। ऐसे में पुलिस भी लगातार इन जुगाड़ों पर नजर बनाए रखने के साथ इन पर कार्रवाई भी कर रही है। पुलिस कार्रवाई के अब तक के रिकॉर्ड के मुताबिक बीते तीन सालों में इस साल पहले तीन महीनों में अवैध व तस्करी कर लाई गई शराब के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई हुई है। हरियाणा-चंडीगढ़ मार्का शराब के साथ ही जंगलों और खंडहरों में भी बन रही हजारों लीटर अवैध कच्ची शराब पकड़ी जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद मामले थमने का नाम नहीं ले रहे।
बहेड़ी में हुई रिकॉर्ड कार्रवाई
पिछले तीन महीने जनवरी, फरवरी और मार्च में सिर्फ बहेड़ी थाने में ही आबकारी अधिनियम के तहत पुलिस 53 कार्रवाई कर चुकी है। वहीं पिछले साल इसी दौरान 39 तो साल 2019 में 34 कार्रवाई हुई थीं। इसी दौरान साल 2019 में यहां 7 अवैध शराब कारखाने व भट्टियां भी पकड़ी गई थीं। बहेड़ी थाने का क्षेत्रफल बड़ा होने के चलते तस्करों को यहां अधिक जगह छिपकर अवैध काम करने में मदद मिलती है। वहीं जंगल और खंडहरों की भी क्षेत्र में कमी नहीं है। इसके साथ ही उत्तराखंड का बॉर्डर भी शराब तस्करी में अहम भूमिका निभाता है।
सर्किल में आंवला अव्वल
जिले के देहात क्षेत्र के चार सर्किलों में बीते तीन माह में आंवला सर्किल में सबसे ज्यादा 138 कार्रवाई पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत की है। वहीं इसी दौरान 10 अवैध शराब कारखाने व भट्टियां भी पकड़ी जा चुकी हैं। सर्किल में विशारतगंज और भमौरा थाने से 27-27 आए हैं। वहीं सबसे कम सिरौली थाने में आबकारी अधिनियम के तहर पुलिस ने कार्रवाई की। पिछले तीन सालों में इसी दौरान आंवला सर्किल में हुई यह सबसी बड़ी कार्रवाई है। बीते सालों के मुकाबले शराब तस्कर के मामलों में यहां करीब 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बीते तीन महीनों में पूरे देहात क्षेत्र मे आबकारी अधिनियम के तहत 481 पुलिस कार्रवाई हो चुकी हैं। वहीं 39 अवैध शराब कारखाने और भट्टियां पकड़ी जा चुकी हैं।
जिन्हें एक नजर भी नहीं देखा, उन्हें कर रहे फोन
शहर व देहात इलाके के गांवों से अब ऐसी भी मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें प्रत्याशी लोगों को खुद फोन करके कार्यालय पर बुला रहे हैं। इज्जतनगर के गांव करमपुर चौधरी के एक युवक ने बताया कि जिन लोगों को कभी पूछा भी नहीं जाता था, चुनावी सरगर्मी के बीच उन्हें भी प्रत्याशी अपना करीबी बताकर कार्यालयों पर बुला रहे हैं। सामने से फोन करके बुलाने के बाद उन्हें शराब ऑफर की जा रही है। इतना ही नहीं मुचकले भरवाने में भी प्रत्याशियों के वकील लोगों की रुपयों व कानूनी दावपेचों से मदद कर रहे हैं।
पहले तीन महीनों में हुई कार्रवाई के आंकड़े
आबकारी अधि। आबकारी कार।
सर्किल 2021 2020 2019 2021 2020 2019
बहेड़ी 131 89 88 0 0 7
मीरगंज 58 51 46 6 1 3
आंवला 138 88 72 10 2 8
फरीदपुर 63 59 63 8 1 1
नवाबगंज 71 57 76 12 15 5
कुल 481 344 345 39 19 29
चुनाव के बीच शराब तस्करी के मामले बढ़ गए हैं। स्थानीय पुलिस को लगातार चेकिंग करते रहने व सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। - राजकुमार अग्रवाल, एसपी आरए