बरेली (ब्यूरो)। विंडरमेयर की संगीतमयी रामलीला का मंचन सैटरडे से शुरू हो गया। थिएटर की इस रामलीला को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इनमें बड़ों के साथ युवा और बच्चे भी शामिल रहे। दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में इस रामलीला का मंचन 24 अक्टूबर तक हर दिन शाम 6.30 बजे से होगा।
कलाकारों ने किया मंचन
ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ। बृजेश्वर सिंह ने बताया कि रंग विनायक रंगमंडल की यह रामलीला गोस्वामी तुलसीदास की रामचरित मानस, पंडित राधेश्याम कथावाचक की रामलीला, सरदार यशवंत सिंह की आर्य संगीत रामायण, छम्मी राम ढोंडियाल द्वारा संकलित उत्तराखंड की रामलीलाओं तथा मनका रामायण के 1008 श्लोकों से सुसज्जित है। इसकी विशेषता यह है कि लगभग तीन घंटे के शो में पूरी रामलीला का मंचन किया जाता है। एक ही शो में पूरी रामलीला देखने के लिए दर्शकों को इंतजार रहता है।
भावपूर्ण मंचन से हुए मंत्र मुग्ध
अम्बुज कुकरेती के निर्देशन में दानिश ख़ान ने भगवान विष्णु और प्रभु राम के किरदार निभाए। दीक्षा तिवारी ने देवी लक्ष्मी और माता सीता, ऋषभ ने लक्ष्मण, ऋतिक ने भरत, कैफी ने शत्रुघ्न, बृजेश तिवारी ने हनुमान, पंकज कुकरेती ने दशरथ, नितिन ने जनक और कुम्भकर्ण, अजय चौहान ने रावण, लव तोमर ने परशुराम, मोहसिन ख़ान ने मेघनाद, आर्यन कालरा ने विभीषण, राजीव ने साधु के वेश में रावण, मुनीश ने गुरु वशिष्ठ और जामवंत, अभिषेक ने सुग्रीव, सादिक खान ने अंगद, अनुज ने जटायु, राहुल ने मृग, फ्लोरा ने शूर्पणखा, दीपशिखा ने कैकयी, रिया ने त्रिजटा, स्पर्श ने बाणासुर, शबाब, ऋतिक, इरफान और राहुल ने राजाओं के रोल निभाए, सिद्धी, कोमल, आशी और रिया ने सखियों के किरदार निभाए। आयुष, अनुज, सुमित और आर्यन राक्षस बने। राजीव, सुदेश सैनिक और मुनीश ने ऋषियों की भूमिकाएं निभाई। स्पर्श ने केवट, सुदेश सैनिक ने गुरु विश्वामित्र तथा सुषेन वैद्य का रोल किया। पंकज मौर्य ने सूत्रधार के रूप में दर्शकों को बांधे रखा।