छह दिन पहले पत्‍‌नी के गम में पति शिशुपाल की डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वार्ड में हुई थी मौत

सुनीता के खाने बनाते वक्त जलने के कारण इलाज के लिए कराया था भर्ती

BAREILLY: कई दिनों से अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग सुनीता ने भी मंडे सुबह आखिरी सांस ले ली। सुनीता कुछ दिन और मौत का सामना करती लेकिन पति शिशुपाल की मौत के गम से उन्हें कमजोर बना दिया। शिशुपाल ने उनकी जिंदगी बचाने के दौरान ही म् दिन पहले दम तोड़ दिया था। दोनों की अर्थी को कोई अपना कंधा देने वाला भी नहीं मिला। कौन हैं सुनीता और शिशुपाल और कैसे दोनों ने तोड़ा दम आइए बताते हैं पूरी दर्द भरी दास्तां---

बेटा कई साल पहले बन गया था सन्यासी

सुनीता पति शिशुपाल के साथ नेकपुर सुभाषनगर में रहती थीं। उनका एक बेटा था जो कई साल पहले संन्यासी हो गया था। इसलिए दोनों खुद ही कमाकर अपनी जिंदगी बसर कर रहे थे। क्9 दिसंबर को खाना बनाते वक्त सुनीता गंभीर रूप से जल गई थीं। उन्हें बचाने में पति शिशुपाल भी मामूली रूप से झुलस गए थे। शिशुपाल ने सुनीता को इलाज के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। उनकी देखरेख के लिए शिशुपाल वार्ड में ही रहते थे। फ्0 दिसंबर की शाम को वार्ड में ही शिशुपाल की मौत हो गई। पहले शिशुपाल की पहचान नहीं हो सकी लेकिन बाद में सुनीता को इस बारे में बताया गया। पति की मौत का गम सुनीता भी बर्दाश्त नहीं कर पायीं और भ् जनवरी की सुबह उनकी भी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।