बरेली(ब्यूरो)। गर्मी बढऩे के साथ ही लोग महंगाई की मार से परेशान हैं। फुटकर फल व सब्जी विक्रेता मुनाफे का खेल कर रहे है। मंडी में थोक के भाव गिरने के बाद भी फुटकर विक्रेता महंगे दामों में ही सब्जी व फलों की विक्री कर रहे हैं। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय तबके के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। थोक में प्रत्येक सब्जी के दामों में काफी गिरावट आई है। इसके बावजूद फुटकर सब्जी विक्रेता पुराने दामों पर सब्जी बेचकर लोगों की जेबों पर डाका डाल रहे है।
रसोई का बिगड़ रहा बजट
मार्केट में सब्जी के बढ़े दामों के चलते रसोई का बजट बिगड़ गया है। एक ओर रसोई गैस सिलेंडर की कीमत एक हजार के करीब पहुंच गई है, दूसरी ओर सब्जी और खाद्य पदार्थों पर महंगाई के चलते गृहिणियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रमजान का हवाला देकर कमा रहे मोटा मुनाफा
-फिलहाल में समाप्त हुए चेत्र नवरात्र और रमजान के चलते फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। लेकिन थोक मंडी में फलों के दामों में काफी गिरावट आई है। इसके बाद भी फुटकर विक्रेता पुराने दामों पर ही फलों की बिक्री कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। फुटकर फल विक्रेताओं का कहना है कि रमजान में फलों की डिमांड अधिक रहती है, जिसके चलते थोक में फल महंगे मिल रहे है। जिसके चलते उन्हें भी महंगे दामों पर ही फल बेचने पड़ रहे हैं। डेलापीर फल मंडी में थोक विक्रेता ने बताया कि फलों की थोक के रेटों में भारी गिरावट है। फुटकर विक्रेता रमजान का हवाला देकर लोगों की जेबों पर डाका डाल रहे हैं।
फल - थोक रेट - फुटकर रेट
सेब 40-50 100-160
संतरा 50-60 90-100
केला 30-35 50-60
अंगूर 50-60 100-110
खजूर 40-50 80-100
पपीता 10-15 35-40
स्ट्राबेरी 180-200 250-300
चीकू 120-150 200-250
खरबूजा 20-30 50-60
तरबूज 10-15 30-40
पाइन ऐप्पल 40-50 80-100
थोक में सब्जियों के दाम में आए अंतर
(रेट प्रतिकिलो, रुपये के हिसाब से)
वर्तमान रेट 15 दिन पहले के रेट
मिर्च 12-15 100-120
नींबू - 100-105 200-210
ङ्क्षभडी - 18-20 50-60
लौकी - 04-05 15-20
तोरई - 20 60-70
कद्दू - 03-04 18-20
अरबी(गुइया)- 07-08 20-30
आलू - 03-04 09-10
फुटकर में सब्जियों की कीमत
- नींबू 200-210 रुपये
- ङ्क्षभडी 60-70 रुपये
- गाजर 40-50 रुपये
- बंदगोभी 60-70 रुपये
- टमाटर 60-80 रुपये
- फूलगोभी 50-60 रुपये
- खीरा- 25-30 रुपये
- प्याज 20-25 रुपये
- आलू 12-14 रुपये
- शिमला मिर्च 60-80 रुपये
- अदरक- 60-70 रुपये
वर्जन
रसोई गैस सिलेंडर के साथ ही सब्जी के दामों में भारी बढ़ोतरी हुई है। जिससे रसोई का बजट बिगड़ गया है। थोक के भावों में गिरावट के बाद भी फुटकर विक्रेता महंगे दामों पर सब्जी बेच रहे हैं। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कंचन वर्मा, गृहिणी
पहले 500 रुपए में एक थैला सब्जी ले आती थी, लेकिन अब 800 रुपए में भी एक थैला सब्जी नहीं आती है। रसोई गैस के साथ ही सब्जी और फलों के दामों में इजाफा होने के चलते काफी परेशानी हो रही है। फुटकर विक्रेता जमकर लूट मचा रहे हैं।
दया पांडेय, गृहिणी
कई माह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। गैस के दामों में बढ़ोतरी होने से रसोई का बजट पहले ही बिगड़ा हुआ था, फुटकर सब्जी विक्रेता मनमर्जी से सब्जी के दाम फिक्स करके बेच रहे है। जिससे मध्यमवर्ग के लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।
पुष्पा पांडेय, गृहिणी
फुटकर सब्जी विक्रेता मनमाफिक दामों में सब्जी बेचकर लोगों की जेब पर डाका डाल रहे है। जबकि मंडी में सब्जियों के थोक भाव काफी कम हैं। फुटकर विक्रेता जमकर लूट मचा रहे हैं। ऐसे में रसोई का बजट बिल्कुल बिगड़ गया है।
नीता लोहानी, गृहिणी
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-थोक मंडी में सब्जी के रेट में कर्मी आई है। नीबू के रेट भी कम हो गए हैं। इस समय हरी सब्जी के रेट भी अधिक नहीं है। फुटकर रेट के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन मंडी के रेट में इस समय अधिक नहीं है।
सलीम आढ़ती, थोक सब्जी मंडी