बरेली(ब्यूरो)। नगर विकास मंत्री के आने की खबर से दो दिन पहले से ही शहर में साफ-सफाई, अतिक्रमण हटाने आदि कार्यो में तेजी लाई गई। आलम यह था शहर के उन क्षेत्रों में भी निगम की टीम ने अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया, जहां के हालात जानने निगम के अधिकारी शायद ही कभी जाते होंं। इसके साथ ही लंबे समय से रोड किनारे लगे रेता-बजरी के ढेर को भी हटाया गया। यह तत्परता इसलिए दिख रही थी क्योंकि जिम्मेदार जानते हैैं कि अगर मंत्री जी नाराज हो गए तो उनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।
लंबे समय से थी समस्या
सडक़ किनारे रेता-बजरी के ढेर से आए दिन हादसे होते रहते हैैं। इसको लेकर कई बार लोगों ने नगर निगम में आईजीआरएस, जन सुनवाई व अन्य माध्यमों से भी शिकायतें की हैं। लेकिन, उनको गंभीरता से नहीं लिया जाता है। शहर में अधिकांश दुकानों के बाहर रेता-बजरी फैली हुई हैैं, इनमें फिसलकर राहगीर कई बार हादसे का शिकार हो जाते हैैं। साथ ही सडक़ पर अतिक्रमण भी किया जाता है। इसको लेकर निगम को प्रभावी कार्रवाई करने की जरूरत है।
चलाया गया अभियान
मंत्री के आने से पहले निगम की टीम ने पहले पीलीभीत बाइपास रोड पर अतिक्रमण हटाया, उसके बाद चौपुला से बदायूं रोड तक अभियान चलाया गया, इसमें कई ट्रॉली रेता-बजरी जब्त की गई। साथ ही खोखा, बेंच व अन्य सामान को भी जब्तीकरण किया गया, जब्त किए गए सामान को निगम की टीम ने स्टोर भेज दिया गया। कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारी फोन घनघनाते रहे। लेकिन, निगम की टीम ने कार्रवाई जारी रखी। संडे को भी जब मंत्री एके शर्मा मीटिंग कर रहे थे, उस समय निगम की टीम बदायूं रोड पर अतिक्रमण हटा रही थी। निगम की टीम इतनी एक्टिव हो गई कि एक ही रूट पर दो दिनों तक अतिक्रमण हटाया गया। इसके साथ ही कई ट्रॉली रेता इस दौरान जब्त किया गया।
सडक़ें चमक गईँ
शहर को अतिक्रमणमुक्त बनाने को लेकर निगम की टीम कई बार अभियान चला चुकी है। हर बार निगम का यह अभियान विफल साबित हुआ है। क्योंकि निगम की कार्रवाई के चंद घंटों बाद ही सडक़ किनारे दुकान सजने लगती हैैं। अतिक्रमण के कारण रोड से पब्लिक का निकलना दूभर हो जाता है। नगर विकास मंत्री के आगमन के साथ ही शहर में गंदे नालों की सफाई भी शुरू हो गई। इनमें खासकर उन रोड पर विशेष ध्यान दिया गया है। जहां से मंत्री कार से गुजरे। निगम की टीम ने फुटपाथ व रोड को अतिक्रमणमुक्त कराया साथ ही अतिक्रमणकारियों से जुर्माना भी वसूला गया। इस दौरान निगम की टीम की कारोबारियों से नोकझोक होती रही।