बरेली (ब्यूरों )। शहर के पॉश एरिया सिविल लाइंस में भी नगर निगम पार्कों की सही ढंग से देखरेख नहीं कर रहा है। इसके चलते पार्क बदहाल होते जा रहे हैं। चौकी चौराहा के पास स्थित सेठ दामोदर स्वरूप पार्क धरना स्थल बनकर रह गया है। आए दिन विभिन्न संगठनों के लोग अपनी मांगों को लेकर यहां इकट्ठे होकर आवाज बुलंद करते हैं और अपने साथ लाया कचरा व खाने पीने की चीजों के रैपर यहीं फेंक जाते हैं। वहीं कोतवाली के सामने स्थित आंबेडकर पार्क को आसपास के व्यापारियों ने घेर लिया है, जिससे पार्क का अस्तित्व ही खत्म होता जा रहा है।
पार्क में सूख रहे कपड़े
दामोदर स्वरूप पार्क पार्क का तो यह हाल है कि वहां लोगों ने रहने की जगह बना ली है। पार्क में ही कपड़े सुखा रहे हैं। इसके साथ ही वहां पर कचरे का ढेर लगा दिया है। पार्क में सुविधाएं होने के बावजूद लोग ज्यादा वहां बैठना पसंद नहीं करते हैं। जबकि यहां से चंद कदम की दूरी पर ही डीएम का आवास भी है।
अतिक्रमण से घिरा पार्क
अंबेडकर पार्क के चारों तरफ लोगों अतिक्रमण कर रखा है। इसके अलावा पार्क में लोगों ने साइकिल व बाइक के पार्किंग की जगह बना दिया। इसके अलावा पार्क में जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। पार्क में खुले में ही जानवर भी टहल रहे हैं। जिससे पार्क में गंदगी बढ़ रही है।
पार्क में लगा गंदगी का डेर
पार्क की नियमित सफाई भी नहीं होती है, इसके चलते पार्क में कचरा बिखरा पड़ा है। यहां लगी बाबा साहेब की प्रतिमा की सफाई की भी कोई सुध नहीं लेता है। खास मौकों पर ही प्रतिमा की सफाई कर दी जाती है।
वर्जन
यह पार्क धरना स्थल बनकर रह गया है। आए दिन लोग यहां प्रदर्शन करते रहते हैं। लेकिन पार्क की सफाई की सुध कोई नहीं लेता है। इसके चलते पार्क की स्थिति बदहाल होती जा रही है।
बंटी
पार्क में सुबह लोग टहलने के लिए आते हैं। लेकिन इस पार्क में अब पहले से ज्यादा गंदगी रहने लगी है। पार्क में बिखरी गंदगी के चलते लोग यहां बैठना तक पसंद नहीं करते हैं। वीआईपी एरिया के पार्क ऐसी दुर्दशा गंभीर है।
ईशू
दामोदर स्वरूप पार्क में बच्चों के खेलने के लिए भी सुविधाएं हैं। इसके बावजूद बच्चे वहां बहुत ही कम बच्चे जाते है। पार्क में बिखरी गंदगी के चलते इंफैक्शन का डर रहता है। कोरोना के बाद पार्क में खेलने का मन भी होता पर पार्क गंदा होने की वजह से नहीं आते हैं।
हरप्रीत सिंह
पार्कों में ज्यादातर काम चल रहा है। पार्कों का सौंदर्यीकरण भी चल रहा है। इसके बावजूद पार्क में असुविधा है। इस को तत्काल सही कराया जाएगा। जिससे पार्कों कीे खूबसूरती बनी रहे।
संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता