फैक्ट फाइल
- 71 हेल्थ सेंटर्स पर आयोजित हुआ आरोग्य मेला
- 139 डॉक्टर्स की टीम ने देखे पेंशेट्स
- 616 पैरामेडिकल स्टाफ रहा तैनात
- 48893 कुल मरीजों को दिया गया इलाज
- 2278 मरीजों को दी गई कोरोना से बचाव की जानकारी
- 613 मरीजों का हुआ कोरोना टेस्ट
- 98 मरीजों को हेपेटाइटिस बी का कार्ड बनाए गए
- 55 मरीजों को हेपेटाइटिस सी का कार्ड बनाए गए
- 1095 मरीज स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित मिले
-92 मरीजों को नेत्र परीक्षण हुआ
- 106 मरीजों को लीवर संबंधी बीमारी पाई गई
- 42 मरीजों में संदिग्ध टीबी के लक्षण मिले
- 1 मरीज में कैंसर की पुष्टि
- 24 बच्चों में कुपोषण की पुष्टि
- 1433 मरीजों में अन्य बीमारियों की पुष्टि
-आरोग्य मेला में स्किन इंफेक्शन के मिले सबसे ज्यादा पशेंट
- डॉक्टर्स बोले- मौसम का बदलाव बन रहा वजह, करें बचाव
बरेली : लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है, ठंड का असर कम होने लगा है, लेकिन बॉडी में पसीना आने पर काफी देर तक इसके ठहराव बॉडी में रहने से भी स्किन संबंधी बीमारियां होने का खतरा अधिक हो जाता है। वहीं स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ रही है, इसका खुलासा संडे को हुआ। जिले के समस्त हेल्थ सेंटर्स पर आरोग्य मेला का आयोजन किया गया इसमें आने वाले पेशेंट्स में सबसे अधिक पेशेंट्स स्किन इंफेक्शन के मिले।
611 को मिला आयुष्मान
प्रदेश में आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभ देने में बरेली प्रदेश में काबिज है। वहीं कैंप में लगातार योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में संडे को 611 लाभार्थियों के कार्ड जारी किए गए।
इसलिए बढ़ा खतरा
स्किन इन्फेक्शन की बड़ी वजह इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधी क्षमता का कमजोर होना है। इस मामले में त्वचा संक्त्रमण का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है। दवा के साइड इफैक्ट से भी स्किन में इन्फेक्शन का खतरा रहता है। इसके अलावा, कवक यानी यीस्ट अकसर गर्म, नम वातावरण में बढ़ता है। पसीने से तर या गीले कपड़े पहने हुए व्यक्ति को त्वचा संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। स्किन कटने या फटने पर संक्रमित बैक्टीरिया त्वचा के गहरे परत तक फैल सकता है।
ऐसे करें बचाव
डॉक्टर्स के मुताबिक त्वचा में फंगल इन्फेक्शन हो जाने पर बराबर मात्रा में पानी लें और अपने पैरों को लगभग 10 मिनट तक उसमें डुबोकर रखे।
-फंगल इन्फेक्शन हो रहा है, उस जगह को पानी से साफ करने के बाद रुई की सहायता से बराबर मात्रा में पानी से प्रभावित जगह पर लगाएं और उसके थोड़ी देर बाद उस जगह पर एंटी फंगल क्त्रीम लगा लें। इसका सही तरीके से इलाज के लिए प्रभावित स्थान की नियमित साफ-सफाई रखें और जहां तक संभव हो उस जगह को सूखा रखें।
-इन्फेक्शन की जगह पर टेल्कम पाउडर भूल कर भी न लगाएं, अक्सर देखा जाता है घरों में इस तरह के रोगों में पाउडर लगा लेते हैं।
-अपनी स्किल को नमी, पसीने और गर्म वातावरण से बचा कर रखें। बेहद कसे हुए वस्त्र जैसे के नाइलॉन, टाइट जीन्स, पॉलिस्टर आदि से बने कपड़े और खासतौर पर अंडरगारमेंट नहीं पहनें।
गर्मी की शुरूआत में ही स्किन संबंधी दिक्कतें आती हैं लेकिन अधिकांश स्किन संबंधी दिक्कतों पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं। इसका मेन कारण है कि शुरुआत में यह ज्यादा परेशान नहीं करती है लेकिन चार से 6 माह बाद विकराल रूप ले लेती हैं। स्किन संबंधी दिक्कत होने पर फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
डॉ। सुदीप सरन, सीनियर फिजीशियन