-दिन ढलते ही अक्षर विहार पार्क में मौजमस्ती को उमड़ी भीड़
बरेली। मानसून की बेरुखी से जुलाई में अब तक जून से भी अधिक तपिश का अहसास हो रहा था। उमस भरी गर्मी भी लोगों को बेहाल किए हुए थी। संडे को मौसम का मिजाज बदला और आसमान पूरे दिन बादलों से घिरा रहा। इससे सूरज के तल्ख तेवर में भी नरमी आ गई। सूरज की तपिश कम होने से पारा लुढ़का तो मौसम खुशगवार हो उठा। मौसम का यह मिजाज बरेलियंस को इस कदर भाया कि वह लॉकडाउन की पाबंदियों को भी भूल गए। इसका असर शहर के अक्षर विहार पार्क में देखने को मिला। नगर निगम की मेहरबानी से यह पार्क वीकेंड लॉकडाउन में भी ओपन हुआ तो यहां मौज मस्ती को बरेलियंस का हुजूम उमड़ पड़ा। जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस की अनदेखी से यहां लोगों ने घंटों मौजमस्ती की।
पहले भी लॉकडाउन में ओपन रहा था पार्क
नगर निगम ने अमृत मिशन के तहत करोड़ों के बजट से अक्षर विहार पार्क का कायाकल्प कराया है। लोगों के एंज्वायमेंट के लिए इस पार्क में रेस्टोरेंट भी खुलवाया गया है। कोरोना को मात देने के लिए शासन से सैटरडे व संडे को लॉकडाउन घोषित किया है, पर अधिकारियों की मेहरबानी से यह पार्क लॉकडाउन में भी खोला जा रहा था। बीते लॉकडाउन में इस पार्क के बाहर कुछ युवाओं ने खुले आम हुक्का पार्टी की थी और बाद में नशे में चूर होकर अपनी कार से पार्क की दीवार भी तोड़ दी थी। इसके बाद इस पार्क को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। इस लॉकडाउन में यह पार्क फिर से ओपन हो गया।
भीड़ बढ़ने से बंद कराया पार्क
संडे को मौसम खुशगवार होने के साथ वीकेंड लॉकडाउन भी रहा। इससे अधिकांश लोग अपने घरों में मौजूद रहे। जब लोगों को अक्षर विहार पार्क ओपन होने की जानकारी हुई तो वह परिवार के साथ पार्क में एंज्वायमेंट को पहुंचने लगे। इससे शाम होते-होते इस पार्क के भीतर और बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। भीड़ बढ़ने से लॉकडाउन के उल्लघंन का अहसास होने पर बाद में पार्क से लोगों को बाहर कर दिया गया। लोगों को बाहर करने के बाद में गार्ड ने एंट्री गेट पर ताला लगा दिया। इसके बाद भी सड़क पर काफी देर तक लोगों की भीड़ जुटी रही।