- विधान परिषद समिति के सदस्यों ने जिला महिला अस्पताल और सीएमओ कार्यालय का किया निरीक्षण
- अस्पताल में गंदगी देख सीएमएस को लगाई लताड़, दो कर्मचारियों और एक अफसर पर कार्रवाई के आदेश
बरेली : आप लोगों को कैसा खाना मिल रहा है। किसी भी प्रकार कोई परेशानी तो नहीं है, ये दीवारें हैं या पीकदान। हम आपको कोई कहानी नहीं सुना रहे हैं बल्कि संडे को शासन की ओर से बरेली आई विधान परिषद समिति के सदस्यों ने मंडे को जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जिसमें तमाम प्रकार की खामियां मिलने पर प्रबंधन की जमकर लताड़ लगाई। वहीं दो कर्मचारियों पर कार्रवाई के आदेश भी दिए।
खाना कैसा मिल रहा है
मंडे सुबह करीब 11 बजकर 20 मिनट पर समिति के सदस्य जिला महिला अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले पीएनसी वार्ड में भर्ती प्रसूताओं से सुविधाएं, इलाज और खाना संबंधी जानकारी ली जिससे सदस्य संतुष्ट दिखे लेकिन वार्ड के बाहर निकलते ही दीवारों पर पान की पीक के निशान देखकर हॉस्पिटल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई। वहीं व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए।
दो साल बाद भी रजिस्टर की वही हालत
वार्डो के निरीक्षण के बाद सदस्यों ने सीएमएस डॉ। अलका शर्मा के कार्यालय की ओर कूच किया। यहां मरीजों के भर्ती रजिस्टर, कर्मचारियों की हाजिरी रजिस्टर चेक किए जो कि दुरुस्त नहीं पाए गए, वहीं दो प्राइम क्लीनिंग स्टाफ संजीव और प्रवेश की अटेंडेंस गलत पाई गई, दोनों पर कार्रवाई करने को सीएमएस को आदेश दिए। वहीं सीएमएस को चेतावनी दी कि दो साल पहले जब समिति के सदस्यों ने निरीक्षण किया था तब भी रजिस्टरों में इस प्रकार की कमियां मिली थी, इसका मतलब कोई काम हो नहीं रहा है। शासन को इन खामियों से अवगत कराया जाएगा।
सीएमओ साहब आप का क्या रोल है
महिला अस्पताल के निरीक्षण करने के बाद सदस्यों की टीम सीएमओ कार्यालय पहुंची यहां आशा कार्यकर्ता को जारी होने वाला मानदेय रजिस्टर मांगा तो सीएमओ डॉ। एसके गर्ग ने बताया कि सभी आशा कार्यकर्ताओं को सीएचसी-पीएचसी स्तर से ही मानदेय दिया जाता है। इस पर टीम ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मानदेय बिना सीएमओ वेरिफिकेशन के जारी कर दिया जाता है। फिर आपका क्या रोल है। इस पर सीएमओ कोई जबाव नहीं दे सके।
कोरोना काल में खरीददारी का ब्यौरा दो
सीएमओ से कोरोना काल में मास्क, एन-95 मास्क और सैनेटाइजर की खरीद का ब्यौरा भी समिति के सदस्यों ने मांगा, जिस पर कोरोना काल में की गई खरीदारी का पटल देख रहे बाबू सुधाकर शर्मा से रिपोर्ट तैयार कर देने के आदेश दिए। वहीं कोरोना के दौरान शासन की ओर से बनाए गए कोविड हॉस्पिटल में मरीजों को दिए जाने वाली डाइट पर भी सवाल उठाए सदस्यों ने कहा कि कोरोना काल में जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मरीजों को खराब खाना दिए जाने की शिकायत पर बजट पर रोक लगाई थी, लेकिन दो माह बाद बजट जारी कर दिया गया इसका भी स्पष्टीकरण मांगा गया।
कैसा प्रशासन संभाल रहे हो
समिति के सदस्यों के सवालों के जबाव में जब सीएमओ उलझे तो सीएमओ ने जिला प्रशासनिक अधिकारी राकेश कुमार से जबाव देने को कहा लेकिन वह जबाव नहीं दे सके, इस पर समिति के सदस्यों ने उन पर भी शासन स्तर से कार्रवाई कराने को चेताया।
समिति सदस्यों में ये रहे शामिल
समिति की उप सभापति सरिता भदौरिया, सदस्य विमला सिंह सौलंकी, सदस्य मो। फहीम इरफान, सदस्य सची स्मिता मौर्या समेत पांच सदस्यीय टीम शामिल रही।