- एक महीने पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शाही थाने के पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई

- दूसरे समुदाय के युवक से प्रेम प्रसंग के मामले में एफआर लगने के बाद, छेड़छाड़ की चार्जशीट लगाने के लिए हुआ था सौदा

बरेली। शाही थाने में तैनात एसआई और एक कांस्टेबल का रिश्वत लेते हुए बना करीब एक महीने पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ट्यूजडे को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। आदेश मिलते ही थाने में हड़कंप मच गया। साथ ही दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहर थाने में ही रिपोर्ट भी दर्ज की गई है। दोनों पुलिसकर्मियों ने थाने में दर्ज छेड़छाड़ के एक मामले में चार्जशीट लगाने को वादी पक्ष से सौदा किया था।

यह था मामला

करीब ढाई महीने पहले शाही थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती दूसरे समुदाय के अपने प्रेमी के साथ चली गई थी। मामले में थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद छानबीन कर दोनों को ढूंढ लिया था, लेकिन कोर्ट में युवती ने प्रेमी के पक्ष में बयान दिए थे। इस कारण मामले में एफआर लग गई थी। इसके बाद युवती की छोटी बहन के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए उसी युवक पर उनकी मां की शिकायत पर एक अन्य रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। इसी छेड़छाड़ के मामले में विवेचना के दौरान चार्जशीट लगाने को एसआई हरिदास वर्मा और कांस्टेबल मोहम्मद नाजिम ने वादी पक्ष से सौदा करके रुपये लिए थे।

नौ मिनट का है वीडियो

करीब एक महीने पहले मामले में चार्जशीट लगाने को लेकर हुए सौदे का वीडियो बना लिया गया था। वादी पक्ष के एक युवक ने बड़ी समझदारी से कभी कक्ष के अंदर तो कभी बाहर घूमकर करीब नौ मिनट का वीडियो बनाया था। इसमें सौदे की शुरूआत 50 हजार रुपए की मांग से हुई, लेकिन वादी पहले 10 हजार तो बाद में करीब 20 हजार रुपये देकर छूट गया। वीडियो बनने के बाद उसी दौरान एक एसआई ने एक व्हाट्सएप ग्रुप पर भी शेयर की थी। लेकिन कुछ ही देर बाद उसे वहां से डिलीट भी कर दिया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद मामले में एफआर भी लग गई। अब एक महीने बाद वीडियो दोबारा सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो अधिकारियों ने इसका संज्ञान लेकर मामले में कार्रवाई की।

रिपोर्ट में रिश्वत देने वालों के भी नाम

कानून के मुताबिक अपना काम निकलवाने या फिर किसी का बुरा करने के लिए रिश्वत देना जुर्म तो उतना ही बड़ा जुर्म रिश्वत देना भी है। इसे देखते हुए शाही थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज हुई रिपोर्ट में रिश्वत देने वाले युवती के पक्ष से भी तीन लोगों के नाम दर्ज हैं।

- सोशल मीडिया से मामले की जानकारी हुई। मामले का संज्ञान लेकर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। रिश्वत देने वालों के नाम भी रिपोर्ट में हैं। मामले में विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी