बरेली (ब्यूरो)।आयुष्मान कार्ड को लेकर प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी और सरकारी अस्पताल की दवाओं को चूरन-चटनी बताने वाले दीपमाला अस्पताल के डा। सोमेश मेहरोत्रा का वीडियो प्रसारित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। जांच टीम में शामिल दो एसीएमओ शनिवार को अस्पताल पहुंचकर छानबीन की तो इस बात की पुष्टि हुई कि इसी अस्पताल का ही वीडियो है। डाक्टर को आयुष्मान योजना का दुष्प्रचार करने का आरंभिक दोषी मानते हुए आरंभिक जांच के बाद शासन को रिपोर्ट भेजकर आयुष्मान योजना से इस अस्पताल को निरस्त करने की संस्तुति की गई है। विस्तृत जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

दो सदस्यीय टीम गठित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना में गरीबों और 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये का निश्शुल्क उपचार दिलाया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड लेकर शाहजहांपुर जिले के मिर्जापुर, कलान से महिला मरीज को दीपमाला हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। महंगे इंजेक्शन लगाने की बात पर डा। सोमेश मेहरोत्रा और तीमारदार का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। प्रसारित वीडियो में डाक्टर यह कहते सुनाई दे रहे कि आयुष्मान से सरकारी अस्पताल में उपचार क्यों नहीं कराते। सरकारी अस्पताल में चूरन-चटनी से उपचार किए जाने और बजट नेताओं के हड़प करने की भी बात कहते सुनाई पड़े। तीमारदार को बाहर निकाल रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो शासन तक पहुंचने के बाद वीडियो का संज्ञान लेते हुए सीएमओ डा। विश्राम ङ्क्षसह ने एसीएमओ डा। राकेश और डा। लईक अहमद अंसारी की दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की।

थमाया नोटिस
टीम ने शनिवार को दीपमाला अस्पताल पहुंचकर नोटिस रिसीव कराया। आरंभिक जांच में यह बात पुष्ट हो गई कि वीडियो इसी अस्पताल का है, जिसमें डाक्टर आयुष्मान योजना का दुष्प्रचार करते दिख रहे हैं। इसके आधार पर सीएमओ ने शासन को रिपोर्ट भेजकर अस्पताल का नाम आयुष्मान कार्ड योजना से निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई है। सीएमओ के स्तर से गठित की गई जांच टीम प्रसारित हो रहे वीडियो और तीमारदार से शिकायती पत्र हासिल कर जांच जारी रखेगी। विस्तृत जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।



यूपीएमसीआइ में रजिस्टर्ड न होने पर कैंसिल हो रहा भुगतान
आयुष्मान योजना में शामिल अस्पताल के डाक्टर एमसीआइ में रजिस्टर्ड हैं और यूपीएमसीआइ में रजिस्टर्ड नहीं हैं तो मरीज का पूरा उपचार करने के बाद भुगतान कैंसिल हो जा रहा है। कई अस्पतालों को मरीजों का उपचार करने के चार महीने बाद भी भुगतान नहीं मिल सका है।


वर्जन
आयुष्मान योजना को लेकर प्रसारित हुए वीडियो की आरंभिक जांच कराकर दीपमाला अस्पताल का नाम आयुष्मान योजना से निरस्त करने की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। दो एसीएमओ की गठित टीम प्रसारित वीडियो और तीमारदार के बयान के आधार पर जांच जारी रखेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
- डा। विश्राम ङ्क्षसह, सीएमओ

वर्जन
प्रसारित वीडियो संज्ञान में आने पर डा। सोमेश मेहरोत्रा से भी बात हुई। उन्होंने मरीज को बेहतर उपचार दिया और मरीज से किसी प्रकार का दुव्र्यवहार नहीं किया। आयुष्मान योजना में निर्धारित पैकेज से अधिक मूल्य के इंजेक्शन लगाने का दबाव बनाने पर तीमारदार को ही भला-बुरा कहा है। हालांकि उन्होंने कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन बातचीत में कुछ शब्दों का चयन गलत रहा है।
- डा। आरके ङ्क्षसह, अध्यक्ष आइएमए