BAREILLY:

मैथमेटिक्स हमेशा से स्टूडेंटस के लिए एक टिपिकल सब्जेक्ट रहा है, लेकिन इसकी फोकस्ड स्टडी स्टूडेंट्स को सॉलिड मा‌र्क्स देती है। इसलिए इस सब्जेक्ट से डरने की बजाय इसे कूल माइंड से तैयार करें। 70 नंबर के इस पेपर की तैयारी में आपको किन बातों का खास ख्याल रखना है, आइए हम आपको बताते हैं।

शार्टकट से बचने करें कोशिश

पेपर की तैयारी करते वक्त ध्यान रखें कि आप किसी एक पोर्शन को पढ़कर इसमें स्कोर नही कर सकते हैं। इस पेपर के लिए आपको मैथ्स के बेसिक्स को समझने की जरूरत है। फार्मूल लिखकर याद करें। किसी भी प्रश्न को स्टेप वाइज ही हल करें। शार्टकट्स से बचें। मैथ में स्टेप वाइज मार्किंग की जाती है। क्वेश्चन को बिना अटेंप्ट किये न छोड़े। अगर आपको प्रश्न के कुछ स्टेप्स भी सही से साल्व करने आते हैं, तो उसके आधार पर मा‌र्क्स दिये जाएंगे। जो क्वेश्चन आते हो, सबसे पहले उन्हें ही हल करें, कैलकुलेशन के लिए हमेशा लेफ्ट पेज का इस्तेमाल करें। प्रश्न को हल करने में यूज हुआ फार्मूला और प्रश्न के उत्तर को हाईलाइट जरूर करें। इसके लिए पेंसिल या ब्लैक स्केच पेन से इसपर बाक्स बना दें। ज्यामितीय की रचनाओं को पतली नोक वाली पेंसिल से साफ व सुंदर बनाएं।

इनकी प्रिपरेशन रिजल्ट हो सकता है अच्छा

हाईस्कूल मैथ में बीज गणित के तहत प्रमेय, व्यंजक, गुणनखंड, द्विघात समीकरण, से क्ख् नंबर के क्वेश्चन पूछे जाते हैं। इसके साथ ही इंपोर्टेट टॉपिक्स में ट्रिग्नॉमैट्री पर खास ध्यान दें। इसमें से क्8 मा‌र्क्स के क्वेश्चन पूछे जाते है। साथ ही मेंसुरेशन चैप्टर से शंकु, बेलन, गोला की मिक्स्ड प्रॉब्लम वाले प्रश्न तैयार करें। चैप्टर केंद्रीय प्रवृत्ति की मांप से समांतर माध्य, माध्यिका, बहुलक से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। चैप्टर निर्मेय, कराधान, ज्यामितीय में प्रमेय महत्वपूर्ण टॉपिक्स हैं। कॉमर्शियल मैथ में टॉपिक टैक्सेशन से डायरेक्ट-इन डायरेक्ट टैक्स, इनकम टैक्स, ब्रिकी कर से संबंधित फार्मूले याद करें और प्रश्न हल करें।

इनका रखें विशेष ध्यान

सिस्टेमेटिक ढंग से स्टडी करें, फार्मूला बेस्ड ही क्वेश्चन पूछे जाते है, इसलिए इन्हे लिखकर याद करें। फार्मूला डेरीवेशन संबंधी प्रश्नों की तैयारी अगर न हो, तो इन्हें अटेंप्ट करने से बचें।

लेफ्ट पेज पर रफ वर्क करने के बाद उसे सिंगल लाइन से कट कर दें।

अनसॉल्वड पेपर हल करते रहें और इस तरह टाइम मैनेज करें कि आंसर शीट को रीचेक करने का टाइम निकाल सके।

मैथ की तैयारी करते वक्त टेंशन से दूर रहें, सिस्टेमेटिक स्टडी करें, लर्न करने वाले पोर्शन को अर्ली मार्निग तैयार करें। ज्यामितीय में रचनाएं बनाते वक्त उनके स्वच्छ होने का विशेष ध्यान रखें। हमेशा टू द प्वाइंट आंसर दे, ताकि एग्जामिनर को समझने में टाइम न लगे।

- डा। निर्भर गुर्जर, मैथमेटिक्स टीचर-खालसा इंटर कालेज