पांच घंटे तक चला drama

समाजवादी छात्र सभा के मेंबर्स दो दिनों तक अपनी मांगों को लेकर आरयू के कैंपस में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस बीच यूनिवर्सिटी का कोई भी नुमाइंदा जब उनसे बात करने के लिए नहीं आया तो थर्सडे को मेंबर्स उग्र हो गए। उन्होंने ऑफिस से निकल रहे वीसी का घेराव कर दिया। उनकी कार रोक दी और ऑफिस में कैद रहने पर मजबूर कर दिया। करीब पांच घंटे तक वीसी अपने ऑफिस में कैद रहे। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस ऑफिसर्स की मदद से ही वे ऑफिस से निकल सके।

सुनवाई न होने से थे नाराज

सछास के मेंबर्स कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी में 20 परसेंट सीटें बढ़ाने की डिमांड कर रहे हैं। काफी समय से यह डिमांड की जा रही है। इस बार उम्मीद से ज्यादा स्टूडेंट्स इंटर पास हुए। काउंसलिंग के समय एडमिशन लेने से काफी संख्या में स्टूडेंट्स चूक गए, जिसके चलते स्टूडेंट्स ने काफी समय तक हंगामा भी किया। यहां तक कई कॉलेजेज ने आरयू से सीटें बढ़ाने की परमीशन भी मांगी। अपनी मांग को लेकर वेडनसडे से सछास के विशाल यादव, दिनेश गंगवार समेत कई मेंबर्स कैंपस में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे हैं। जब आरयू एडमिनिस्ट्रेशन से कोई भी नुमाइंदा उनकी मांगें सुनने नहीं आया तो थर्सडे को उन्होंने वीसी का रास्ता रोक लिया।

चलती कार के आगे लेट गए

करीब 12:30 बजे जब वीसी प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल अपने ऑफिस से आवास के लिए निकले तो सछास मेंबर्स ने उन्हें घेर लिया। अंकित यादव, राहुल यादव, विनोद यादव, अभिषेक, सुमित समेत दो दर्जन से ज्यादा मेंबर्स उनसे वार्ता के लिए दबाव बनाने लगे। वीसी ने किसी तरह की बात करने मना कर दिया और अपनी कार में चलते बने। इस पर स्टूडेंट्स ने हंगामा करते हुए उनके कार को घेर लिया। चलती कार के आगे लेट गए। अंकित, सुमित और अभिषेक को कुछ चोटें भी आईं।

Office बंद कराया

कार रुक जाने से वीसी पंद्रह मिनट तक अपनी कार में बैठे रहे और आगे नहीं बढ़ सके। इसके बाद वे वापस अपने ऑफिस में लौट गए। इसके बाद स्टूडेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के सभी ऑफिस बंद कराने लगे। इस बीच उनकी गाड्र्स से नोक-झोंक भी हुई। स्टूडेंट्स ने ऑफिस की अलमारी पटक दी और फाइलें फेंक दी।

5 घंटे बाद हुए रवाना

पुलिस और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने आंदोलन कर रहे स्टूडेंट्स को समझाने की भरसक कोशिश की। लेकिन वे वीसी द्वारा बाहर आकर हड़ताली स्टूडेंट्स से वार्ता करने पर अड़े रहे। वीसी ने उनकी मांग को जायज न ठहराते हुए वार्ता करने से साफ इंकार कर दिया। जब स्टूडेंट्स नहीं माने तो पुलिस ने किसी तरह आंदोलन कर रहे स्टूडेंट्स को एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के मेन गेट से थोड़ा किनारे किया। इस बीच करीब 5 घंटे तक अपने ऑफिस में कैद रहे वीसी को सुरक्षा के बीच कार में बिठा कर रवाना किया गया।

पुलिस और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को देना पड़ा दखल

काफी देर तक हंगामा चलता रहा। स्टूडेंट्स वीसी से भूख हड़ताल पर बैठे मेंबर्स से बात करने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर बारादरी पुलिस और एसीएम फस्र्ट वंदिता श्रीवास्तव अपने दल-बल के साथ यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचे। उन्होंने आंदोलन शांत करने को कहा लेकिन स्टूडेंट्स नहीं माने।

गेट पर लगा ताला

स्टूडेंट्स का जैसे ही बवाल बढ़ा एडमिनिस्ट्रेशन ऑफिस के सभी प्रमुख चार गेट्स पर ताला जड़ दिया गया। स्टूडेंट्स गेट के बाहर ही जमे रहे। न किसी को अंदर जाने दिया गया और न ही बाहर। इस बीच वीसी भी ऑफिस में कैद रहे।

VC ने DM से लगाई गुहार

वीसी प्रो। मुजम्मिल आंदोलन करने वाले स्टूडेंट्स से किसी भी तरह के समझौता करने के मूड में नहीं है। उन्होंने इस आंदोलन को इनलिगल करार दिया है। वीसी का कहना है कि स्टूडेंट्स लीडर्स की मांगे गैर वाजिब हैं और वे इस तरह के प्रदर्शन से कैंपस का एकेडमिक माहौल बिगाड़ रहे हैं। वहीं उन्होंने डीएम को लिखे एक पत्र में स्टूडेंट्स लीडर्स के इस आंदोलन को खत्म कराने की अपील की है।