- देश के कई राज्यों से जायरीनों के आने का सिलसिला शुरू

- देर शाम शुरू हुई रूहानी महफिल ने बांधा समां

BAREILLY: खानकाहे नियाजिया में तीन दिनी उर्स का सिलसिला ट्यूजडे को शुरू हो गया। 'हजरत शाह मुहम्मद तकी रहमतुल्ला अलैह' के उर्स की शुरुआत पांच बजे कुरानख्वानी के साथ की गई। फिर फातिहाख्वानी के बाद लंगर शुरू हुआ। खानकाहे नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां ने बताया कि देश के कई राज्यों से आने वाले जायरीन समेत शहर के लोगों ने गुलपोशी, चादरपोशी, नजर नियाज, महफिले समां, महफिले मीलाद, कुल, हल्का-ए-जिक्र, चिश्तिया रंग, कड़का और खुसूसी दुआ में शिरकत की। रात करीब नौ बजे कव्वाली का प्रोग्राम ऑर्गनाइज हुआ।

दस्तरखान पर उमड़ती रही भीड़

खानकाहे नियाजिया के शब्बन मियां नियाजी ने बताया कि लंगर की शुरुआत सुबह करीब आठ बजे से हुई जो दोपहर करीब चार बजे तक चला। जायरीनों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए लंगर को दूसरी बार रात करीब आठ बजे शुरू किया गया, जो देर रात करीब क्ख् बजे तक चला। उन्होंने बताया कि उर्स के मौके पर सभी धर्मो के मानने वाले शिरकत करते हैं इसलिए दस्तरखान में नॉनवेज और वेज दोनों के ही अरेंजमेंट्स हैं।

यहां से आए जायरीन और फनकार

शब्बू मियां नियाजी ने बताया कि उर्स के मौके पर खानकाहे नियाजिया में लखनऊ, बिहार, मध्य प्रदेश, इलाहाबाद, कानपुर, आंध्रप्रदेश, नासिक, व अन्य राज्यों से जायरीन ने शिरकत की। वहीं कव्वाली के प्रोग्राम में बरेली समेत रामपुर, मुरादाबाद, बदायूं, दिल्ली, अमरोहा व अन्य जिलों के फनकारों ने हिस्सा लिया।