- ट्यूटोरियल सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग में शमिल नहीं हुए सिटी के इंस्टीट्यूट्स

- यूपीटीयू ने नोटिस भेजकर मांगा जवाब

- नए शेड्यूल में शामिल होने के जारी किए फरमान

BAREILLY: टेक्निकल और मैनेजमेंट की पढ़ाई कराने वाले इंस्टीट्यूट्स जब खुद ही लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से अपडेट नहीं होंगे तो स्टूडेंट्स को कैसे टक्नोक्रेट बनाएंगे। यूपीटीयू प्रदेश के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स की फैकल्टी को हाईटेक बनाने को लेकर बड़े पैमाने पर बदलाव कर रहा है। इसके तहत करिकुलम को इंडस्ट्री के मुताबिक स्किल्ड बनाने से लेकर पढ़ाई के तरीकों में ज्यादा से ज्यादा टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहा है। लेकिन लगता है सिटी के इंस्टीट्यूट्स यूपीटीयू की इस कवायद से इत्तेफाक नहीं रखते। तभी तो एक सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग के लिए जब उन्हें इनवाइट किया गया तो किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में यह सवाल उठता है कि इंडस्ट्री की डिमांड के अनुसार जब वे खुद में ही बदलाव नहीं कर रहे हैं तो उनके स्टूडेंट्स कैसे स्किल्ड बनेंगे।

क्या है यह योजना

यूपीटीयू इन दिनों अपने एफिलिएटेड सभी इंस्टीट्यूट्स की फैकल्टीज को हाईटेक बनाने के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर उसने एकेडमिक में तमाम तरह के टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के निर्देश भी दिए हैं। पूरे करिकुलम को इंडस्ट्री के अनुसार हाईटेक स्किल्ड बेस बनाने की योजना है। इसी के तहत यूपीटीयू ने आईआईटी, मुंबई द्वारा तैयार किए ट्यूटोरियल सॉफ्टवेयर को अपनाने के भी निर्देश दिए थे। यह फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत निर्देश था। इस सॉफ्टवेयर के जरिए स्टूडेंट्स कंप्यूटर के लेटेस्ट लैंग्वेज को बिना किसी टीचर के मदद से पढ़ और सीख सकता है। यही नहीं वह अपने कंप्यूटर, मोबाइल या फिर लैपटॉप पर इजिली असेस कर कहीं भी पढ़ सकता है। किसी भी तरह की क्वेरीज हो तो एक्सप‌र्ट्स ऑनलाइन ही उसका जवाब भी देते हैं। इसी सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग के लिए यूपीटीयू ने प्रदेश के सभी इंस्टीट्यूट्स को कंपलसरी रूप से इनवाइट ि1कया था।

ख्0 फरवरी को होनी थ्ाी ट्रेनिंग

बरेली के इंस्टीट्यूट्स की ट्रेनिंग ख्0 फरवरी को लखनऊ में निश्चित थी। यूपीटीयू ने ट्रेनिंग के लिए सभी इंस्टीट्यूट्स को अपने दो टीचर्स को भेजने का निर्देश दिया था। बरेली के क्फ् इंस्टीट्यूट्स को ट्रेनिंग में शामिल होने के निर्देश दिए थे। ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक्सप‌र्ट्स उस सॉफ्टवेयर के फंक्शन और फायदे के बारे में बताते। जिसे बाद में टीचर्स अपने स्टूडेंट्स को उसे यूज करने की ट्रेि1नंग देते।

क्क् ने नहीं दिखाया इंट्रेस्ट

यूपीटीयू के निर्देश के बाद भी सिटी के क्क् इंस्टीट्यूट्स ने ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए कोई दिलसस्पी नहीं दिखाई। उन्हें अपने दो टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में भेजने थे। लेकिन उनके इंस्टीट्यूट्स का कोई भी नुमाइंदा नहीं पहुंचा।

नोटिस भेजकर मांगा जवाब

ट्रेनिंग प्रोग्राम में पार्टिसिपेट न करने के मसले को यूपीटीयू ने गंभीरता से लिया है। यूपीटीयू ने इसके लिए उनसे जवाब-तलब कर लिया है। यूपीटीयू के रजिस्ट्रार पीके गंगवार ने सभी क्क् इंस्टीट्यूट्स को नोटिस भेजकर ट्रेनिंग प्रोग्राम में न शामिल होने के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। यही नहीं नेक्स्ट ट्रेनिंग सेशन में शामिल होने का फरमान भी जारी किया है।

ट्रेनिंग में दो टीचर्स को भेजना कंपलसरी है। जिन्होंने नहीं भेजा, उनसे ईमेल से जवाब मांगा है। साथ ही नए शेड्यूल में कंपलसरी रूप से शामिल होने के निर्देश दिए हैं।

- पीके गंगवार, रजिस्ट्रार, यूपीटीयू