यूपीटीयू में च्वाइस लॉकिंग आज से --------फ्लैग
सीट सवा लाख, डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन 63 हजार--------हेड
27 जून से 8 जुलाई के बीच हुआ था मेन राउंड के लिए डॉक्यूमेंट वेरीफि केशन, प्रदेशभर में बनाए गए थे 155 सेंटर
BAREILLY डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन वर्क क्लोज हो चुका है और अब च्वाइस लॉकिंग फेज शुरू हो रहा है, लेकिन प्रथम दृष्टया जो संकेत हैं उसके मुताबिक आने वाले दिन यूपीटीयू के नीति नियंताओं के लिए सीटें भरना चैलेंज है इसके लिए नीति क्या अपनानी पड़ेगी, कॉलेजेज को फि र से मौका दे दिया जाय ताकि वे सीटें भर सके जैसे सवालों पर मंथन शुरू हो चुका है, ऑफि शियल तो इस पर अभी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन जो तथ्य सामने आ रहे हैं उससे संकेत मिलता है कि सीटें भरने की जिम्मेदारी कॉलेजेज को ही सौंप दी जाएगी।
डाक्यूमेंट वेरीफि केशन में इन शहरों की रही धमक
इलाहाबाद के अलावा लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर एवं आगरा में बनाए गए सेंटर्स में भी काउंसलिंग की रफ्तार काफ बेहतर रही है। लखनऊ के बाईस सेंटर्स पर 8284, वाराणसी के चार सेंटर्स पर 7186, कानपुर के बारह सेंटर्स पर 6495, गोरखपुर के पांच सेंटर्स पर 5434, इलाहाबाद के छह सेंटर्स पर 4819, आगरा में बनाए गए चार सेंटर्स पर 3807, बरेली में 2807 और मेरठ में 2406 स्टूडेंट्स ने डाक्यूमेंट वेरिफि केशन में हिस्सा लिया है। मालूम हो कि पूरे प्रदेश के विभिन्न शहरों में कुल 155 सेंटर्स पर मेन राउंड के वेरिफि केशन की प्रक्त्रिया हुई थी। जिसमें कुल 63,207 ने वेरिफि केशन कराया है।
फेज वन की च्वाइस लाकिंग आज से
मेंन राउंड के तहत फेज वन की च्वाइस लाकिंग थर्सडे से शुरू होगी। इसके लिए एक से लेकर 30,000 तक के जनरल कम्बाइंड रैंक वालों को कोर्स और कॉलेज की ऑनलाइन च्वाइस लॉकिंग का मौका मिलेगा। स्टूडेंट्स 11 जुलाई तक इस प्रॉसेस में हिस्सा ले सकेंगे.14 जुलाई को एलॉटमेंट रिजल्ट आएगा और 21 जुलाई तक इस राउंड के सभी कैंडिडेट्स को सीट का कन्फ र्मेशन प्राप्त हो जाएगा। बता दें कि सभी आंकड़े डाक्यूमेंट वेरिफि केशन के अंतिम दिन तक के हैं।
Fact file
कुल एक लाख फ्0 हजार सीटें हैं यूपीटीयू से संचालित कोर्सेज में
.जीरो अंक तक पाने वाले छात्रों को भी किया गया था डाक्यूमेंट वेरीफि केशन के लिए कॉल
पहले पांच जुलाई थी डाक्यूमेंट वेरीफि केशन की लास्ट डेट
लास्ट डे तक म्फ्, ख्07 स्टूडेंट ने ही कराया था डाक्यूमेंट वेरीफि केशन
.कोई भी छात्र किसी भी जिले में करा सकता था डाक्यूमेंट वेरीफ ाई
तीन राउंड में च्वाइस लॉकिंग का प्रासेस पूरा होने के बाद भी सीटें खाली रह जाने पर फि र से डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन और च्वाइस लॉकिंग प्रॉसेस अपनाया जाएगा। जेईई मेंस एवं सीमैट के लिए यह प्रॉसेस क्7 से शुरू होगा। स्पेशल कॉउंसिलिंग ड्राइव क्9 से शुरू होगी।
.डॉ। एससी रोहतगी, मेंबर, सेंट्रल एडमिशन बोर्ड यूपीटीयू