- माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जिले में आयोजित होगी साइंस एग्जिबीशन
- 20 बेस्ट मॉडल्स को मिलेगा कैश प्राइज
BAREILLY: सीबीएसई की तर्ज पर अब यूपी बोर्ड के स्कूलों में भी बड़े पैमाने पर साइंस एग्जिबीशन ऑर्गनाइज किया जाएगा। एनवायरमेंट के प्रति स्टूडेंट्स और आम पब्लिक को अवेयर करने की मंशा से माध्यमिक शिक्षा विभाग यह योजना शुरू करने जा रहा है। यही बच्चें मोटिवेट हों और इसमें प्रतिभाग के लिए इंट्रेस्ट लें इसके लिए इस योजना को इनामी योजना से भी जोड़ दिया गया है। विजयी प्रतिभागियों को कैश प्राइज भी दिया जाएगा। शासन ने इसके लिए ग्रांट की भी मंजूरी दे दी है। लखनऊ स्थित राज्य परियोजना निदेशालय से इसका जीओ जारी कर दिया गया है, साथ ही इस बाबत सभी गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं।
सभी डिस्ट्रिक्ट को एक लाख रुपए की ग्रांट
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत इस योजना को लागू किया जा रहा है। जिसको लेकर अपर राज्य परियोजना निदेशक शैल यादव ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिया है। साइंस एग्जिबीशन हर जिले स्तर पर ऑर्गनाइज की जाएगी। यह प्रदर्शनी केवल यूपी बोर्ड के क्लास 9 और क्0 के स्टूडेंट्स के लिए है। शासन ने इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है। हर जिले के लिए क् लाख प्रति दर से 7भ् लाख रुपए की ग्रांट स्वीकृत किया गया है।
क्या है उद्देश्य
साइंस एग्जिबीशन ऑर्गनाइज करने के पीछे विभाग ने खास ऑब्जेक्टिव जारी किए हैं। अपर राज्य परियोजना निदेशक शैल यादव की तरफ से जारी निर्देशों के अनुसार ऐसी प्रदर्शनी से बच्चे पर्यावरण के प्रति अवेयर तो होंगे ही साथ ही उनकी वैज्ञानिक व खोजी क्षमताओं को आंका जाएगा। बच्चों में नवीन विचारों से जुड़ने की क्षमता भी विकसित होगी। उनमें क्रिएटिव थिंकिंग की स्किल्स डेवलप होगी। वे विज्ञान और तकनीक की मदद से दूसरों को भी पर्यावरण के प्रति अवेयर कर सकेंगे।
म् प्रमुख टॉपिक्स हैं
विज्ञान प्रदर्शनी के लिए विभाग की तरफ से म् प्रमुख टॉपिक्स जारी किए गए हैं। एनवायरमेंट के अंतर्गत जलवायु परिवर्तन के कारण व परिणाम को दर्शाया जा सकता है। जबकि जैव विविधता के अंतर्गत संरक्षण एवं सुगमता, मानव कल्याण में जीवन विज्ञान का महत्व, वैकल्पिक ऊर्जा, सूचना व प्रौद्योगिकी और गणित भौतिकी आधारित खेल पर भी प्रदर्शनी आयोजित की जा सकती है।
क्00 मार्क्स में आंकी जाएगी क्षमता
प्रदर्शनी के लिए क्लास 9 व क्0 के स्टूडेंट्स का चयन क्00 मार्क्स के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए क्रिएटिविटी व कल्पनाशीलता, वैज्ञानिक विचारधारा, मॉडल में मौलिकता एवं खोज, तकनीकी योग्यता कला एवं क्राफ्टमैन शिल्प, आर्थिक आधार के प्रस्तुतिकरण क्भ्-क्भ् मार्क्स और एजुकेशनल वैल्यू के क्0 मार्क्स दिए जाएंगे। प्रदर्शनी में स्टूडेंट्स को स्टॉल लगाकर मॉडल प्रस्तुत करना होगा।
स्क्रीनिंग कमेटी भी फिक्स
प्रदर्शनी के निर्णायक मंडल में कौन-कौन होगा इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी फिक्स कर दी गई है। इसमें डीआईओएस, डीएम द्वारा नामित ख् एक्सपर्ट, डायट प्राचार्य द्वारा नामित, डायट संकाय से साइंस का प्रवक्ता और डीआईओएस द्वारा नामित राजकीय विद्यालय के प्रिंसिपल शामिल होंगे। ये ही निर्णायक मंडल का चुनाव करेंगे। जिसमें रिसर्च संस्थानों, यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजेज के शिक्षक शामिल होंगे।
ख्0 बेस्ट को मिलेंगे कैश प्राइज
हर जनपद स्तर पर ख्0 बेस्ट प्रतिभागियों के मॉडल्स को कैश प्राइज दिया जाएगा। हर एक को एक-एक हजार रुपए कैश प्राइज दिया जाएगा। इसके अलावा बाकी 80,000 रुपए प्रदर्शनी आयोजित करने में खर्च किया जाएगा।